जांजगीर-चांपा। सारागांव में पदस्थ आरक्षक मोनू थापा द्वारा अवैध वसूली करने के संबंध में एक युवक ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उसके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी विवेक शुक्ला ने सारागांव के आरक्षक मोनू थापा को लाइन अटैच कर दिया है। दरअसल, अपने ज्ञापन में ग्राम सरवानी निवासी प्रतीक साहू पिता समारू साहू ने बताया कि आरक्षक बेच नंबर 124 मोनू थापा द्वारा अवैध वसूली करने में माहिर है। जैसे ट्रैक्टर संचालकों से रेत परिवहन में, अवैध शराब पकडक़र छुड़वाना और बिकवाना, प्रति माह अन्य तरह से अवैध वसूली की जाती है। इसकी पहले भी कई बार शिकायत हो चुकी थी। बावजूद सारागांव थाना प्रभारी सावन सारथी ने इसे रिलीव करने के बजाए रोके रखा था। जब फिर दूसरी शिकायत हुई तो एसपी ने सोमवार को उसे लाइन अटैच कर दिया है। हालांकि लगातार शिकायत को लेकर एसपी ने उसे लाइन अटैच पहले ही कर दिया था। लेकिन विडंबना यह है कि एसपी के आदेश को टीआई नहीं मान रहा था और आरक्षक मोनू थापा को सारागांव से चार महीने तक रिलीव नहीं किया। जब दूसरी शिकायत हुई तो उसे बड़ी मुश्किल से सोमवार को पुलिस लाइन में अटैच किया गया।
डर नहीं, फोन पे पर लेता था रिश्वत
सारागांव थाना क्षेत्र के लोगों में मोनू थापा के नाम से दहशत का माहौल था। प्रत्येक ट्रैक्टर चालकों से हर माह दो-दो हजार रुपए वसूली का आरोप आरक्षक मोनू थापा पर लगा था। बाकायदा कुछ लोगों ने फोन-पे पर इसे हफ्ता वसूली के पैसे भी दिए थे। लेकिन जिन्होंने फोन पे पर हफ्ता वसूली के पैसे दिए थे वे पुलिसिया बयान से मुकर गए थे। इस कारण उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी।
सारागांव में पदस्थ आरक्षक के खिलाफ लगातार शिकायतें मिली थी। इसके कारण उसे लाइन अटैच किया गया है। रविवार को वह एक दिन के लिए मोहलत मांगी थी। इसके बाद सोमवार को उसे लाइन में पदस्थ कर दिया गया है।
यदुमणी सिदार,
एसडीओपी चांपा