कोरबा। सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के संस्थापक श्रीराम कथा, श्री शिव महापुराण कथा, श्रीमद भागवत एवं श्रीमद देवी भागवत के मर्मज्ञ पंडित देवशरण दुबे जी की श्रीमद् देवी भागवत महापुराण नवान्ह यज्ञ कथा नवरात्रि के पावन पर्व पर जमनीपाली में दिनांक 9 अप्रैल मंगलवार को भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारम्भ हुई, जिसमे व्यासपीठ से पंडित देवशरण दुबे अपनी संगीतमयी सुमधुर वाणी से श्रोताओं को कथा का रसपान करा कर जीवन में श्रीमद् देवी भागवत महापुराण नवान्ह यज्ञ कथा के माध्यम से आनंद एवं परमानन्द की प्राप्ति का उपाय बता रहे हैं । कथा के षष्ठम दिवस में पंडित देवशरण दुबे जी ने श्रीमद् देवी भागवत महापुराण नवान्ह यज्ञ कथा में शुंभ-निशुंभ दैत्यों का प्राकट्य और वध, देवताओं द्वारा मां दुर्गा की स्तुति और अठारह भुजाधारी मां दुर्गा का अवतार आदि प्रसंग विस्तार से सुनाया। प्रसंग में उन्होंने बताया की शुंभ-निशुंभ नामक पराक्रमी दैत्यों से तीनों लोकों में भय व्याप्त था। इनके आतंक से दुखी होकर देवता जगत माता गौरी के पास जाकर विनती करने लगे। तब गौरी के शरीर से एक कुमारी प्रकट हुई जो शरीर कोष से निकली होने के कारण कौशिकी के नाम से प्रसिद्ध हुई। उन देवी ने अपनी अठारह भुजाओं का विस्तार किया और सिंह पर सवार हुई। एक जोर की गर्जना करते हुए सिंह उन दैत्यों के पिछे दौड़ा और कई दिनों के भंयकर युद्ध के बाद मां दुर्गा ने उन दौनों दैत्यों का संहार किया। 9 अप्रैल 2024 मंगलवार से जमनीपाली में प्रतिदिन सायं 4 बजे से सायं 7 बजे तक चलने वाली श्रीमद् देवी भागवत महापुराण नवान्ह यज्ञ कथा को दिनाँक 18 अप्रैल 2024 गुरुवार को सहस्रधारा गीता हवन एवं भोग भंडारे के साथ विश्राम दिया जाएगा । सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा ने अंचलवासियों से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कथा का श्रवण कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील की है। आयोजन को सफल बनाने में मुख्य यजमान तीज राम साहू, श्रीमती रामकृष्णी साहू आचार्य पंडित योगेश पांडेय, पंडित रामू तिवारी, पंडित अंकित पांडे, कैमरा लाइव प्रसारण सुमित बराई, संगीतकार ऑर्गन में उमेश पैखरा ढोलक में खिंटी यादव पैड जानू महंत के अलावा सर्वधर्मार्थ कल्याण सेवा समिति के कोरबा जिला शाखा प्रभारी डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, श्रीमती प्रतिभा शर्मा, डॉ.रोहित पटेल, श्रीमती रेवती पटेल, नेत्रनन्दन साहू, कमल धारीया, अश्विनी बुनकर, चक्रपाणि पांडेय, हर्ष नारायण शर्मा एवं अंचलवासी विशेष रूप से उपस्थित होकर अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं ।