नईदिल्ली, ०३ नवंबर ।
देहरादून। प्रदेश में बड़े अपराध में शामिल 25 हजार से लेकर दो लाख के 70 इनामियों की तलाश में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स व पुलिस जुटी है। इनमें से दो लाख रुपये का इनामी वह है जोकि हत्या के मामले में पिछले 25 साल से फरार चल रहा है।एसटीएफ व पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है, लेकिन अब तक उसका कहीं पता नहीं लग पाया है। वहीं श्री नानकमत्ता साहिब के डेरा प्रमुख की हत्या करने वाले बदमाश सर्बजीत सिंह को भी दो लाख रुपये के इनामी की श्रेणी में रखा हुआ है। पुलिस विभाग की ओर से हर साल पांच हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक के इनामियों की लिस्ट जारी की जाती है। इनमें से 25 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक के इनामियों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी एसटीएफ के पास है। मौजूदा समय में पुलिस की लिस्ट में 70 मोस्ट वांटेड में दो अपराधी दो लाख रुपये के इनामी हैँ जबकि सात बदमाशों पर एक लाख रुपये इनाम है। इसके अलावा 21 बदमाशों पर 50 हजार और 40 पर 25 हजार रुपये का इनाम है। प्रदेश में दो लाख रुपये के दो इनामी हैं। इनमें से हत्या के मामले में सुरेश शर्मा निवासी पट्टी दोगी तहसील देवप्रयाग जिला गढ़वाल है। सुरेश शर्मा के विरुद्ध वर्ष 1999 में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था।
इसी साल उसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट के दो मुकदमे दर्ज हुए। तब वह फरार चल रहा है।पुलिस के पास इनामी के बारे में कोई सूचना नहीं है। इसके अलावा वर्ष मार्च 2024 में डेरा प्रमुख श्री नानकमत्ता साहिब की हत्या की गई थी।
हत्या का एक आरोपित मुठभेड़ में मारा गया था जबकि दूसरा अपराधी सर्बजीत सिंह निवासी मियाविंड जिला तरनतारन पंजाब अब भी फरार चल रहा है। उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित है। पुलिस को एक लाख रुपय के सात इनामी अपराधियों की तलाश है। इनमें वर्ष 2003 में हत्या का प्रयास, रंगदारी व गैंगस्टर के पांच मुकदमों में नामजद अतुल बिष्ट निवासी तल्लीताल नैनीताल पर एक लाख रुपये का इनाम है। वहीं वर्ष 2005 में हत्या के आरोपित किशोर राम निवासी रामनगर नैनीताल व रजनीश निवासी धामपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश पर भी एक-एक लाख रुपये इनाम रखा गया है।