कोरबा। जिले के चचिया धान उपार्जन केंद्र में बार-बार पहुंचकर धान को चट करने वाला उत्पाती दंतैल ने बीती रात धरमजयगढ़ का रूख कर लिया है जबकि उसका साथी अन्य दंतैल अभी भी कुदमुरा रेंज के जिल्गा के जंगलों में विचरण कर रहा है। वन विभाग द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है। वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि रात 12 बजे के लगभग उत्पाती दंतैल ने चचिया से आगे का रूख किया और आज तड़के नदी को पार कर धरमजयगढ़ क्षेत्र की सीमा में प्रवेश कर खडग़ांव जंगल पहुंच गया। उत्पाति दंतैल के अन्यत्र जाने से वन अमले तथा ग्रामीणों के साथ-साथ उपार्जन केंद्र के कर्मियों ने राहत की सांस ली है। ज्ञात रहे उत्पाती दंतैल व उसका साथी विगत एक सप्ताह से चचिया वन परिसर में विचरण कर रहा था। दिन भर जंगल में विश्राम करने के बाद रात होते ही दोनों हाथी बस्ती व धान उपार्जन केंद्र में पहुंच जाते थे तथा वहां रखे धान को चट करने के साथ ही बिखेरकर नुकसान पहुंचा देते थे जिससे ग्रामीण व उपार्जन केंद्र के कर्मचारी काफी परेशान थे। हाथियों के डर से वे काफी सहमे हुए थे। उत्पाती दंतैल के जाने से अब उन्होंने राहत महसूस की है।