कोरबा। सरकारी घोषणा होना और उस पर क्रियान्वयन होना दो अलग-अलग विषय होते हैं। शायद यही कारण है कि कोरबा जिले में एल्युमिनियम पार्क की स्थापना का काम ठंडे बस्ते में चला गया है। इस वित्त वर्ष में सरकार ने कोरबा में एल्युमिनियम पार्क की स्थापना की घोषणा की थी। कई महीने बीतने पर भी प्रगति के कोई निशान नहीं हैं।
छह दशक से कोरबा में एल्युमिनियम उद्योग संचालित है जिसने राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनेक उपलब्धि हासिल की है। रक्षा, अंतरिक्ष, विद्युत, निर्माण से लेकर विभिन्न क्षेत्र में एल्युमिनियम उत्पाद की आवश्यकता लंबे समय से सुनिश्चित हो रही है और इसी के कारण देश में नए उद्योगों की स्थापना की जा रही है जो एल्युमिनियम पर आधारित है। एल्युमिनियम उत्पादन के लिए कई सहायक चीजें जरूरी होती हैं और तब कहीं जाकर यह काम संभव हो पाता है। कोरबा में एल्युमिनियम उद्योग के कारण कई प्रकार की संभावनाएं मजबूत हो रही है इसलिए सहायक उद्योगों को पनपने और करने के लिए यहां एल्युमिनियम पार्क को जरूरी माना गया है। काफी समय से चेम्बर ऑफ कॉमर्स और अन्य संगठन इस मांग को रखते रहे हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस मांग को मंजूर किया और बालकोनगर के पास एल्युमिनियम पार्क की घोषणा की। इस दिशा में नतीजे शून्य हैं, यह इससे पता चलता है कि यह अब तक क्रियान्वयन को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं ली गई है।