
जांजगीर। स्वच्छ भारत मिशन के 9 साल 2 अक्टूबर को पूरे होंगे। इस उपलक्ष्य में 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देश भर में स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा का आयोजन किया जा रहा है। लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सके, इसके लिए केन्द्र सरकार लोगों के मोबाइल फोन पर कॉलर ट्यून के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर रही हैं, लेकिन शहर के वार्ड और चौक चौराहों से सप्ताह भर से कचरा नहीं उठ रहा है। पिछले सप्ताह भर से कचरा कलेक्शन के लिए मिशन क्लीन सिटी के तहत काम करने वाले लोग रिक्शा लेकर डोर टू डोर नहीं जा रहे हैं, जिससे लोगों को घरों का कचरा बाहर फेंकना पड़ रहा है। शहर में लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी बेहतर ढंग से सफा-सफाई नहीं हो रही है। शहर भीतर कचरा कलेक्शन करने के लिए लगाए गए डस्टबिन टूट चुके हैं वहां अब गंदगी फैली हुई है। हाल यह है कि चौराहों व सड़कों से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। शहर में साफ-सफाई पहले से ही ठीक नहीं है। सामान्य दिन में भी शहर के भीतर नैला स्टेशन के आसपास, हाईस्कूल मैदान और बीटीआई चौक के पास जगह जगह कचरे के ढेर लगे हुए दिखाई देंगे। राज्य भर में नगर व शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर सर्वेक्षण की जाती है। जिसमें शहर की स्थिति पिछले तीन चार से खराब रहीं है। साल 2022 में हुए सर्वेक्षण में सक्ती और जांजगीर-चांपा जिले से 4 नगर पालिका व 11 नगर पंचायतों में जांजगीर-नैला नगर पालिका 11 वें स्थान पर थी। लोग साफ सफाई के लिए जागरूक हो इसके लिए? 2 अक्टूबर तक कार्यक्रम होंगे लेकिन शहर में सलाना सफाई के नाम पर 1 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा रहे हैं। यहां के अधिकांश वार्ड में खाली जगहों, मैदान चौराहे पर कचरा फैला हुआ है। पालिका करीब 98 प्लेसमेंट कर्मचारी हैं। हालांकि इनमें लगभग 46 कर्मचारी वाहन शाखा, जल शाखा के अलावा कार्यालय में विभिन्न शाखाओं में कार्यरत है। जबकि इनमें से 52 कर्मचारियों को केवल सफाई के लिए ही नियुक्त हैं। पालिका के पास 4 जेसीबी मशीन है, इसी तरह 10 टीपर में से केवल 5 का उपयोग में लाया जा रहा है। 10 ई-रिक्शा में 30 रिक्शा में से व ट्रैक्टर व अन्य सफाई के संसाधनों के होने के बाद भी शहर में गंदगी फैली हुई है। नगर पालिका जांजगीर-नैला में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष मोतीलाल डहरिया के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2007-08 में रोड स्वीपिंग मशीन राज्य सरकार ने भेजी थी। मशीन बिना उपयोग के खराब हो गई, अब इस मशीन के कलपुर्जे सड़ चुके हैं। शहर को साफ रखने के दो बड़े कदम फेल हुए शहर में अधिकांश जगहों पर डस्टबिन लगाए थे वहां केवल एंगल ही बचे है डस्टबिन वाले स्थान पर लोग कचरा फेक रहे रहे लेकिन कचरे को व्यवस्थित करने वाला कोई नहीं है। नगर पालिका के मेन गेट, सरदार वल्लभ भाई पटेल गार्डन व डीईओ कार्यालय के पास, न्यायाधीश निवास के पास, अकलतरा रोड, नहर पार एवं अन्य कई स्थान पर लगाए गए डस्टबिन टूट कर खराब हो गए हैं। हड़ताल से सफाई की व्यवस्था हुई प्रभावित प्लेसमेंट कर्मचारियों के हड़ताल में होने के कारण शहर में सफाई व्यवस्था प्रभावित हुई है। प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई, अब वे काम पर लौट जाएंगे, फिर शहर ही सफाई व्यवस्था में सुधार होगा। -चंदन शर्मा, सीएमओ जांजगीर नगर पालिका