गुरुग्राम। सेक्टर 10 थाना क्षेत्र में सरस्वती एनक्लेव के जी ब्लॉक में एक घर की पहली मंजिल पर बने कमरे में आग लग गई। धुएं से दम घुटने और आग से जलने के कारण हादसे में दो सगे समेत रिश्ते में चार भाइयों की मौत हो गई। जली अवस्था में चारों के शव कमरे से बरामद किए गए। तीन युवक गारमेंट कंपनी में टेलरिंग का काम करते थे और एक 17 वर्षीय किशोर दसवीं कक्षा का छात्र था। सभी मूल रूप से बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले थे और फिलहाल यहां कई सालों से रह रहे थे। रात करीब एक बजे की है। सेक्टर 37 दमकल और सेक्टर 10 थाना पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्राथमिक दृष्टया आग का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया है। हालांकि, एफएसएल टीम ने यहां से राख के नमूने भरे हैं। इससे घटना का सटीक कारण पता चलेगा। हादसे के बाद सभी परिवारों में मातम छाया हुआ है।
मृतकों की पहचान मोतिहारी जिले के खैरवा लौखान गांव निवासी 30 वर्षीय नूर आलम, 24 वर्षीय मुश्ताक, 17 वर्षीय अमन और शेनवरिया गांव निवासी 22 वर्षीय मो. साहिल के रूप में की गई है। नूर आलम और मुश्ताक सगे भाई थे। अमन इनके चचेरे और साहिल ममेरे भाई थे। बड़े भाई मो. बच्चाल ने बताया वह शक्ति पार्क में रहते हैं। उनके छोटे भाई नूर, मुश्ताक, चाचा मो. मुफीज सरस्वती एन्क्लेव में राजेश कुमार जांगड़ा के घर की पहली मंजिल में किराये से रहते थे। नूर की शादी हो चुकी थी और इनकी दो लड़कियां हैं। दस दिन पहले ही नूर की पत्नी लड़कियों को लेकर गांव गई थीं। इसके बाद मुश्ताक और साहिल अपना कमरा छोड़कर नूर के साथ ही कमरे में रहने लगे थे। चाचा मुफीज भी पड़ोस वाले में कमरे में रहते हैं।
मुफीज के बेटे अमन को छोड़कर अन्य तीनों गारमेंट कंपनी में टेलर का काम करते थे। शुक्रवार रात मो. अमन नूर के कमरे में सो गए। रात में आग लगने पर आसपास के सभी लोग इकट्ठा हो गए। कमरे के दरवाजे और खिड़कियां अंदर से बंद थे। फायर ब्रिगेड को सूचना देने के साथ ही पाइप से पानी डालकर लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की। जब पुलिस, फायर ब्रिगेड और परिवार के लोग दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो चारों जली हुई अवस्था में पड़े हुए मिले।