
रीवा, २९ दिसम्बर ।
मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले दो जुड़वा भाइयों की कहानी ने सभी को हैरान कर दिया है। लंबे समय से इलाके में हो रहीं चोरी की घटनाओं को लेकर उलझी पुलिस को जब अपराधियों के सच का पता चला तो वह भी चकरा गई। दरअसल, चोरी करने के लिए जुड़वा भाई एक खास तरकीब अपनाते थे। एक भाई चोरी करता था और दूसरा हमशक्ल भाई पुलिस को गुमराह करने के लिए किसी भी सार्वजनिक स्थल पर सीसीटीवी कैमरे के सामने खड़ा रहता था। जुड़वा भाई एक ही रंग और डिजाइन के कपड़े पहनते थे।पुलिस किसी चोरी में एक भाई को पकड़ लेती थी तो वह सबूत के तौर पर सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग दिखाकर चालाकी से बच जाता था। दोनों जुड़वा भाई कभी एक साथ नहीं रहते थे। सच तब सामने आया, जब पुलिस ने चोरी ही एक घटना में एक भाई को गिरफ्तार किया तो उसे हवालात से छुड़ाने के लिए दूसरा भाई थाने पहुंच गया। इससे पुलिस दंग रह गई।पुलिस हैरान थी कि जिसे हवालात के अंदर रखा है, वह बाहर कैसे आया।
धीरे-धीरे पुलिस को सब समझ में आ गया और दो जुड़वा भाइयों के राज का पर्दाफाश हो गया।एसपी रसना ठाकुर ने बताया कि 23 दिसंबर की रात मऊगंज थाना क्षेत्र के चाक मोड़ में रहने वाले सत्यभान सोनी के सूने घर को चोरों ने निशाना बनाया था। बदमाशों ने घर के अंदर घुसकर अलमारी और पेटियों का ताला तोड़ा फिर उसमें रखे लाखों रुपए के जेवरात, नगदी पर हाथ साफ किया।इस मामले में पुलिस ने तीन चोरों रविशंकर विश्वकर्मा, जगन्नाथ केवट और सौरभ वर्मा को पकड़ा है। सौरभ का हमशक्ल जुड़वा भाई संजीव वर्मा है। जो सौरभ को बचाने के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस को गुमराह करता था। पुलिस ने आरोपितों के पास से लाखों रुपये चोरी के जेवरात बरामद किए हैं।