
कोरबा। कारण चाहे जो भी हो लेकिन यह अपने आप में एक विशेष प्रकार की तस्वीर है जो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को हैरान करने के साथ-साथ जिज्ञासु बना रही है कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है। मामला बारिश से जुड़ा हुआ है। दिलचस्प पहलू यह है कि एक ही विकासखंड में आने वाले पंचायत बरपाली के विभिन्न क्षेत्रों में खंड वर्षा का दौर पिछले कुछ दिनों से जारी है। गुरुवार को भी ऐसा नजर यहां पर देखने को मिला जब एक इलाके में घनघोर बारिश ने रहा दी तो दूसरे इलाके में लोग उमस से परेशान रहे। विकासखंड कोरबा में घने जंगलों से घिरे हुए क्षेत्र में बारिश का लगातार बिगड़ा हुआ क्रम लोगों के लिए और खासतौर पर किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वर्ष 2023 में बारिश के अनियमित चरण ने हर किसी को परेशानी में डाला है और उनकी चिंता में बढ़ोतरी की है। जिला मुख्यालय कोरबा से 50 किलोमीटर दूर बरपाली पंचायत विकासखंड कोरबा का हिस्सा है। गुरुवार को कोरबा शहर के आसपास आसपास के विभिन्न क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई लगभग 1 घंटे के दौरान यह इलाके तर्वत्तर हो गए। जिलगा बरपाली पंचायत में इसका कोई खास असर ही नहीं हुआ जबकि यहां से डेढ़ किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत के मोहल्ले कलमिटिकरा में काफी तेज रफ्तार से बारिश हुई। और इसने स्थानीय लोगों को राहत देने के साथ-साथ खरीफ सीजन की फसल को संजीवनी देने का काम किया। किसानों ने इस सीजन की सबसे तेज बारिश को दर्ज करने के साथ-साथ कहां की यह हमारी फसलों के लिए काफी सहायक साबित हो सकती है। मजे की बात यह रहेगी पंचायत के लोग तब हैरान उठे जब उन्हें पता चला कि मुख्यालय में बारिश का आता पता नहीं है लेकिन इसके आश्रित दूसरे क्षेत्रों में काफी अच्छी मेहरबानी हुई है। स्थानीय नागरिक चंद्रेश कश्यप ने बताया कि इससे पहले पंचायत के और भी मोहल्ले में ऐसी ही बारिश देखने को मिली है जबकि पंचायत मुख्यालय में उसने पर्याप्त दूरी बनाए रखी। एक सप्ताह पहले बारिश का यही सिलसिला 3 किमी दूर जिलगा में दिखाई दिया। बारिश के इस परिवर्तित रूप ने ग्रामीणों को न केवल सोचने के लिए मजबूर किया है बल्कि भूगोल और मौसम विज्ञान को लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए अनुसंधान के मामले में एक नया विषय दे दिया है। वह आने वाले दिनों में इस दिशा में बेहतर तरीके से आगे बढ़ सकते हैं कि आखिर इस प्रकार की गतिविधियां क्यों हो रही है और इसके लिए कौन से कारक जिम्मेदार हैं।