जांजगीर। एग्रीस्टेक परियोजना में 10 वीं और 12 वीं के छात्र खरीफ फसल का डिजिटल सर्वे करेंगे। यह सर्वे सभी जिलों में होगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित धमतरी, महासमुंद और कबीरधाम जिले के सभी गांवों और राज्य अन्य जिलों के चयनित गांवों में डिजिटल फसल सर्वेक्षण होगा। डिजिटल फसल सर्वेक्षण 9 सितम्बर से शुरू होकर 30 सितम्बर तक चलेगा।
सर्वे करने के लिए हर गांव में अधिकतम 20 सर्वेक्षणकर्ताओं का चयन किया जाएगा। सर्वेक्षण कर्ताओं का चयन पटवारी के माध्यम से तहसीलदार करेंगे। डिजिटल फसल सर्वेक्षण करने के लिए प्रत्येक सर्वेक्षण कर्ता महिला या पुरुष को न्यूनतम 10वीं पास होना जरूरी है। प्राथमिकता का क्रम क्रमश: कृषि स्नातक, विज्ञान स्नातक, विज्ञान से 12 वीं पास, 12 वीं पास, 10 वीं पास होगा। चयनित सर्वेक्षणकर्ताओं का प्रशिक्षण 7 सितम्बर तक दिया जाएगा। इसके लिए सर्वेक्षणकर्ताओं के पास स्वयं का एंड्रायड मोबाईल, इंटरनेट, बैंक खाता और आधार नंबर होना जरूरी हैं।
प्रशिक्षण देकर सर्वे करने भेजेंगे प्रशिक्षण तहसील अंतर्गत राजस्व निरीक्षक मण्डल स्तर पर दिया जाएगा। सर्वेक्षण कर्ताओं में परिवर्तन होने पर नए सर्वेक्षण कर्ताओं को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। हर दिन सर्वे करने के लिए खसरों का आबंटन तहसीलदार या तहसीलदार द्वारा अधिकृत अधिकारी या कर्मचारी करेंगे।
सर्वेक्षणकर्ता को प्रति खसरा 10 रुपए प्रत्येक सर्वेक्षण कर्ता को प्रत्येक सर्वे के लिए एप के माध्यम से सही सर्वेक्षण, अपलोड करने तथा स्वीकृत हो जाने की दशा में 10 रुपए प्रति खसरा मानदेय आधार-संबद्ध बैंक खातों के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।