लखनऊ 19 जुलाई। निवेशकों से ठगी के एक और मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच तेज की है। ईडी ने रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े एटीएस समूह के विरुद्ध प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। एटीएस समूह पर लगभग 3400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं में निवेशकों को आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर फंसाने व उनकी बड़ी रकम हड़पने का आरोप है। ईडी समूह से जुड़ी 63 कंपनियों के विरुद्ध जांच करेगा। एटीएस समूह का कारोबार नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में फैला हुआ है। सूत्रों का कहना है कि ईडी ने मामले में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी व यीडा से एटीएस समूह से जुड़ी जानकारियां जुटाई हैं। ईडी की शुरुआती जांच में पता चला कि समूह ने लगभग 3400 करोड़ रुपए की परियोजनाओं में गड़बड़ी की है। समूह के संचालकों ने आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर निवेशकों से अपनी परियोजनाओं में निवेश कराया था। जिसके तहत निवेशकों को तीन वर्ष में फ्लैट उपलब्ध कराने अथवा बढ़ी हुई दरों पर निवेशकों से फ्लैट वापस खरीदने का भरोसा दिलाया था। निवेशकों को पोस्टडेटेड चेक भी थमा दिए गए थे। निर्धारित समय बाद भी लाभ न मिलने पर निवेशकों ने पुलिस से भी शिकायत की थी।
निवेशकों की ओर से नोएडा पुलिस व दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा 10 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे। ईडी ने इन मुकदमों को आधार बनाकर अपना केस दर्ज कर छानबीन शुरू की है। ईडी समूह से जुड़ी कई ऐसी कंपनियों की भी जांच करेगा, जो दिवालिया घोषित की जा चुकी हैं।
विभिन्न कंपनियों के माध्यम से किए गए लेनदेन की जांच शुरू की गई है। कई बैंक खातों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।