नईदिल्ली, 01 अक्टूबर । म्यांमार और बांग्लादेश स्थित उग्रवादी संगठनों की ओर से मणिपुर में जातीय अशांति का फायदा उठाकर अंतरराष्ट्रीय साजिश रचने के मामले में एनआईए ने दूसरी गिरफ्तारी की है। एनआईए ने 19 जुलाई को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। मणिपुर पुलिस ने चूड़चंदपुर में सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तार कर एनआईए को सौंपा है। आरोपित सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तारी के बाद दिल्ली लाया गया, जहां उसे अदालत में पेश किया जाएगा। नौ दिनों के अंदर इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है। इससे पहले 22 सितंबर को एनआईए ने मोइरांगथेम आनंद सिंह को मणिुपर से पकड़ा था। एनआईए को जांच में पता चला है कि म्यांमार और बांग्लादेश स्थित उग्रवादी समूहों ने भारत में उग्रवादी नेताओं के एक वर्ग के साथ मिलकर हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची।यह साजिश विभिन्न जातीय समूहों के बीच दरार पैदा करने और सरकार के खिलाफ युद्ध छेडऩे के उद्देश्य से रची गई। एनआईए ने कहा कि इसके लिए संगठन से जुड़े उग्रवादियों की ओर से गोला-बारूद और अन्य हथियारों की खरीद के लिए धन मुहैया कराई गई। जातीय संघर्ष को भड़काने के लिए सीमा पार के साथ-साथ भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में सक्रिय अन्य उग्रवादी संगठनों से भी इसमें सहायता की थी।