कोरबा। माना कि सड़कें वाहनों और लोगों के लिए होती है लेकिन कई बार जंगली जानवर भी इनका उपयोग करते हैं। इसलिए नेशनल हाइवे संख्या 130 पर पिछली रात्रि 30 मिनट तक के लिए आवाजाही इसलिए थमी रही क्योंकि यहां से हाथियों का समूह पार हो रहा था। इस दौरान दो दिशाओं से आने-जाने वाले वाहनों के पहिए थमे रहे। किसी ने भी उत्साह दिखाने में रूचि नहीं ली। अंबिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर मड़ई के नजदीक ग्राम चोड़धवा में वाहनों के पहिए उस वक्त थम गए जब जंगल से निकलकर हाथियों का दल बीच सड़क पर पहुंच गया। हाथियों को देखते ही वाहन अपने आप रुक गए और करीब आधे घंटे तक मार्ग पूरी तरह से जाम रहा। 45 हाथियों केदल में कई बेबी एलिफेंट भी मौजूद थे इस कारण लोगों ने किसी तरह का रिस्क नहीं लिया। वाहन जहां तहां फंसे रहे। मुख्य मार्ग पर हाथियों की मौजूदगी की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और स्थिती को अपने नियंत्रण में लिया। हाथियों के जंगल जाते ही फिर से मार्ग पर यातायात व्यवस्था बहाल हो सका। इससे पहले भी इस प्रकार की परिस्थितियां एनएच 130बी पर बन चुकी है। हालांकि उस समय बहुत कम समय के लिए आवागमन अवरूद्ध हुआ था। वैसे भी हाईवे पर चलने वाले लोगों को कोरबा जिले में हाथी समस्या को लेकर भलीभांति जानकारी है इसलिए वे जोखिम उठाने की मानसिकता में नही हँ।