
शिवरीनारायण। जीवन दायनी कहे जाने वाली महानदी से रोजाना सैकड़ों ट्रिप रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है। रेत माफियाओं के द्वारा महानदी का सीना चीर कर रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन बेरोकटोक जारी है। महानदी से प्रति दिन 50 से अधिक ट्रेक्टरों से पांच सौ से अधिक ट्रिप रेत की चोरी हो रही है। रेत के अवैध कारोबार में लगे रेत माफिया जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के नाक के नीचे अवैध खनन और परिवहन कार्य को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन मजाल है जिम्मेदार अधिकारी रेत तस्करी में लगे लोगों पर कार्रवाई करने की हिम्मत जुटा सके। नगर की सडक़ों पर पूरे दिन रेत माफिया खुले आम रेत का अवैध परिवहन करते नजर आ जाते हैं।
इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी रेत माफियाओं पर कार्रवाई करने में रुचि नहीं दिखाते जिसके कारण रेत तस्करी में लगे वाहन चालकों के हौसले बुलंद हैं। लगातार हो रहे अवैध रेत के उत्खनन और परिवहन की वजह से जीवनदायनी महानदी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। रेत तस्करो द्वारा लगातार महानदी के सीने को छलनी कर रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है।महानदी में हो रहे अवैध खनन के कारण महानदी बेजान नजर आ रही है। रेत माफिया रोजाना सैकड़ों ट्रिप रेत निकालकर शासन को लाखो रुपए के राजस्व की चपत लगा रहे हैं। इन सब के बाद भी खनिज विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारी रेत माफियाओं पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। शिवरीनारायण में संचालित भोगहापारा रेत घाट को अब तक शासन से स्वीकृति नहीं मिली हैं।
डेढ साल पहले समाप्त हो चुका है ठेका समाप्त
महानदी के भोगहापारा रेत घाट का ठेका खत्म हुए डेढ साल से अधिक का समय बीत गया है। नया ठेका नहीं होने का फायदा रेत के अवैध कारोबार में लगे लोग उठा रहे हैं। रेत माफिया रोजाना सैकड़ों ट्रिप रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन कर ऊंची कीमतों में रेत बेचकर लाखों रुपए की काली कमाई कर रहे हैं। जिससे शासन को रोजाना लाखों रुपए राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
छोटी मोटी कार्रवाई कर झाड़ रहे पल्ला
जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के नुमाइंदे कार्रवाई करने की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण ही अवैध कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है। महानदी से रोजाना हो रहे सैकड़ों ट्रिप रेत चोरी की जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई का नही होना इस पूरे मामले में अधिकारियों की संलिप्तता को उजागर कर रहा है। छोटी मोटी कार्रवाई कर अधिकारी पल्ला छाड लेते हैं। जबिक महानदी से दिन रात रेत का उत्खनन और परिवहन बदस्तूर जारी है। जिस पर अंकुश लगाने में जिम्मेदार प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
कार्रवाई का रटा रटाया जवाब देने में माहिर हैं अधिकारी
नगर के महानदी घाट से रोजाना हो रही रेत चोरी पर कार्रवाई के संबंध में जब भी जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया जाता है तो अधिकारियों का केवल एक ही जवाब होता हैं, मौके पर जाकर कार्रवाई करेंगे लेकिन कार्रवाई नही होती। अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे कार्रवाई का आश्वासन केवल छलावा मात्र है। जिम्मेदार अधिकारी अपना उल्लू सीधा करने के लिए रटा रटाया जवाब देकर अपने दायित्वों से इतिश्री कर लेते हैं और रेत माफियाओं पर कार्रवाई नही करते। जिसका फायदा उठाकर रेत माफिया अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। लोग भी अब अधिकारियों की इस कार्यशैली से ऊब गए हैं।
दो सौ एकड़ से अधिक रकबे को खोद डाले रेत माफिया
रेत माफियाओं ने महानदी को मृतप्राय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ठेका नही होने से रेत माफियाओं ने महानदी के दो सौ से अधिक एकड़ रकबे में रेत का उत्खनन कर बेच खाया है। महानदी के चारो ओर केवल गड्डे और मिट्टी बची हुई है। महानदी के भोगहापारा घाट से रेत खत्म हो रही है। यही हाल रहा तो भोगहापारा रेत घाट को लीज में लेने वाला कोई नहीं रहेगा। रेत माफिया नदी के किनारे से रेत का उत्खनन करके बेचते थे लेकिन अब नदी के मध्य में जाकर ट्रैक्टरो से रेत लोडिंग का काम कर रहे हैं। जिसके कारण नदी का प्रवाह तंत्र प्रभावित होने की पूरी संभावना है।यदि अधिकारी नही चेते और जल्द ही रेत माफियाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो वह दिन दूर नही जब महानदी के भोगहापारा रेत घाट से रेत का नामो निशान मिट जाएगा।
हर पांच मिनट में सरपट दौड़ रही रेत से भरी गाडिय़ां
नगर की सडक़ो पर हर पांच मिनट में रेत से भरी गाडिय़ों के गुजरने का क्रम लगातार जारी है। केरा रोड में रोजाना सुबह 4 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक हर 5 मिनट में कोई न कोई ट्रैक्टर महानदी से अवैध रेत उत्खनन कर परिवहन करता नजर आता है। रेत से भरे ट्रेक्टर अधिकारियों को मूंह चिढ़ाते हुए नगर की सडक़ो से खुलेआम गुजरते हैं और जिम्मेदार अधिकारी मुकदर्शक बनकर तमाशा देखते हैं।अधिकारियों की निष्क्रियता का यह आलम रोज देखने को मिलता हैं। रेत माफिया रोजाना अधिकारियों को खुली चुनौती देकर महानदी से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन कर रहे हैं।
रेत का अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। खनिज विभाग के साथ टीम बनाकर आगे भी कार्रवाई की जाएगी।
कृष्ण कुमार जायसवाल
तहसीलदार शिवरीनारायण