कोरबा। एसईसीएल कोरबा क्षेत्र अंतर्गत हेलीपेड के नजदीक ग्रीन बेल्ट से वृक्षों की कटाई का दौर शुरू हो गया है। कुछ महीने पहले यहां अलग-अलग समाज के नाम से बैनर-पोस्टर लगाए गए थे और दर्शाया गया था कि उनके भवन के लिए जमीन प्रस्तावित की गई है। वृक्षों की कटाई से मामला तूल पकड़ रहा है। वन विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जमीन एसईसीएल की है, उस पर क्या कुछ हो रहा है इससे हमें कोई मतलब नहीं।
खबर के अनुसार काफी समय से इस जमीन पर लोगों की नजर गड़ी हुई है कि किसी भी तरीके से जमीन को हथियाया जाए। बीते वर्ष नेहरू नगर के पार्षद की शिकायत पर प्रशासन हरकत में आया था और एसडीएम व तहसीलदार के नेतृत्व में नगर निगम की टीम ने यहां पहुंचकर छुटपुट स्तर पर किये जा रहे अवैध कब्जों को हटाया था, कई मामलों में डोजरिंग की गई थी। इससे मान लिया गया कि अब आगे नहीं बढ़ेगा लेकिन यह सोचना गलत साबित हुआ। विधानसभा चुनाव से पहले ही यहां नए तरीके से पैतरेबाजी शुरू हो गई। अब नए सिरे से वृक्षों की कटाई भी कराई जा रही है। कहा जा रहा है कि समाज की आड़ लेकर जमीन माफिया इस काम को आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए प्रशासन को इस पर कार्रवाई करना चाहिए। तरूण छत्तीसगढ़ ने कोरबा रेंजर एस.आर.कर्माकर से इस बारे में बातचीत की तो कहा गया कि रास्ते पर कटे हुए वृक्षों के परिवहन के मामले में हम कार्रवाई कर सकते हैं, दूसरे की जमीन के मामले में दखल का सवाल नहीं है।