
अयोध्या, २3 सितम्बर ।
एसटीएफ और पुलिस टीम को तडक़े आरोपियों के बारे में सूचना मिली कि सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला हेड कांस्टेबल पर हमले के आरोपी इनायतनगर में छिपे हैं। एसटीएफ व अयोध्या पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया। इलाके की घेराबंदी करके सर्च शुरू किया। खुद को घिरता हुआ देख तीनों बदमाश अनीश, विशंभर और आजाद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में विशंभर दुबे और आजाद घायल हो गए। दोनों के पैर में गोली लगी। इसी दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर अनीश वहां से बाइक से भाग निकला। एसटीएफ ने 30 किमी. दूर पूराकलंदर तक उसका पीछा किया। पारा कैल गांव के पास सडक़ को पहले ही पुलिस ने सील कर दिया था। यहां पुलिस ने उसे घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा। मगर, अनीश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में गोली अनीश को लगी। घायल अनीश को पुलिस जिला अस्पताल अयोध्या लेकर पहुंची।वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा भी घायल हुए हैं। उनके हाथ में गोली लगी है। दो अन्य सिपाहियों के भी जख्मी होने की सूचना है। उनको भी अस्पताल में भर्ती किया गया है। एसएसपी राजकरन नैयर ने बताया कि अनीश महिला आरक्षी पर हमले का मुख्य आरोपी था। दूसरा आरोपी आजाद भी उसी के गांव हैदरगंज के दशलावन का रहने वाला था।
तीसरा आरोपी विशंभर दयाल दुबे सुल्तानपुर का रहने वाला है।