जयपुर, १4 नवंबर ।
एसडीएम थप्पड़ कांड में फरार हुए नरेश मीणा ने अभी-अभी समरावता में मीडिया से बातचीत की। बोले- मैं गिरफ्तारी देने के लिए यहां पहुंचा हूं लेकिन पुलिस यहां नहीं है। मैं पुलिस से भागा नहीं था, ये मेरा कैरेक्टर नहीं है। देवली-उनियारा विधानसभा में हुए थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था। इसी बीच हुए हंगामे में मीणा के फरार होने पर समरावता में देर रात हुई हिंसा के बाद एरिया में इंटरनेट बंद कर दिया गया। मौके की स्थिति यह है कि करीब 100 से ज्यादा कार, बाइक, जीपों में आग लगा दी गई। गांव वालों में अब डर का माहौल है। ग्रामीण कह रहे हैं कि पुलिस ने उनके परिवारों से युवाओं को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारा कोई कसूर नहीं है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई का खौफ ग्रामीणों में नजर आ रहा है।
नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से खाना आया था। पुलिस ने टोल पर खाने के पैकेट रोक लिए। इस पर वह अकेले ही धरनास्थल से उठकर पुलिस अधिकारी से बात करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनको पकड़ लिया। जैसे ही समर्थकों को पता चला तो वे नरेश मीणा को छुड़ा ले गए। हंगामे में घायल होने की खबर के बाद आज सवेरे एक्स पर अपनी पोस्ट में नरेश मीणा ने लिखा कि मैं ठीक हूं। न डरे थे, न डरेंगे। साथ ही यह भी लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीणा अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। बहरहाल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। पूरा समरावता गांव छावनी में बदला हुआ है।