बतौली। बतौली के राइस मिल व्यवसायी द्वारा कनकी चावल बेचे जाने के बाद परिवहन के दौरान ट्रक मालिक, ट्रांसपोर्टर और चालक ने मिलकर कनकी का गबन कर लिया था। पुलिस ने घटना में शामिल तीनों आरोपितों को घेराबंदी कर पकड़ लिया है। मामले में पुलिस ने सात लाख से अधिक का कनकी चावल आरोपितों ने गुमला के व्यवसायी को बेच दिया था। पुलिस ने ट्रक एवं करीब ढाई लाख रुपये नकदी जब्त की है। बता दें कि वर्तमान में सरगुजा पुलिस आपरेशन विश्वास के तहत आरोपितों की लगातार गिरफ्तार की जा रही है । इसी तरह का एक मामला बतौली के राइस मिल व्यवसायी प्रवीण अग्रवाल का सामने आया है । उन्होंने कनकी चावल बेचे जाने का सौदा धनबाद के व्यवसायी के साथ किया था । इसके बाद कनकी धनबाद भेजे जाने के दौरान ट्रांसपोर्टर ,ट्रक मालिक और चालक ने कनकी चावल को गबन करने का कारनामा अजाम दिया। इस मामले में व्यवसायी की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी की है। बतौली थाने में उक्त आरोपितों के विरूद्व धारा 408 का प्रकरण दर्ज किया गया था। संबंधित आरोपितों को झारखण्ड एवं पत्थलगांव से पकड़ कर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है। जानकारी अनुसार छह अप्रैल को प्रवीण कुमार गर्ग उम्र 28 वर्ष निवासी बतौली के द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि सिलीगुड़ी के परमेश्वर प्रसाद शिवजी प्रसाद एंड कम्पनी नेहरू रोड के साथ कनकी चावल का सौदा तय हुआ था। कनकी चावल को बिहार के धनबाद में देना था। चार मार्च को ट्रांसपोर्टर सिद्धी विनायक के संचालक पिताम्बर यादव पत्थलगांव के माध्यम से बात कर ट्रक वाहन क्रमांक जेएच 19 ए 7110 के मालिक निरंजन साहू गुमला का ट्रक वाहन किराए के तौर पर लिया गया था। उक्त ट्रक में चालक विरेन्द्र तिग्गा निवासी तेलया के द्वारा बतौली खड़धोवा से कनकी 530 बोरी 28.540 टन जिकसी कीमत सात लाख 33 हजार 478 रूपये है, को लोड कर रवाना किया गया था। माल रवानगी के बाद सिलीगुड़ी के परमेश्वर प्रसाद शिवजी प्रसाद एण्ड कम्पनी नेहरू रोड के द्वारा बताया गया कि अभी ट्रक धनबाद नहीं पहुंचा है। सूचना पर प्रार्थी द्वारा पतासाजी की गई। पता चला कि उक्त ट्रक को वाहन मालिक निरंजन साहू के कहने पर चालक द्वारा गुमला स्थित पेट्रोल पम्प में खड़ा करा दिया गया है। कनकी चावल को तीनों ने मिलकर योजनाबद्व तरीके से कहीं बेचने की योजना बनाई थी। तीनों प्रवीण अग्रवाल से आजकल में पैसा वापस करने की बात करते थे। बतौली के व्यवसायी ने इसके बाद मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना बतौली एवं सायबर सेल की एक संयुक्त टीम गठित की गई थी। संयुक्त टीम के अथक प्रयास से तीनों आरोपितों को झारखण्ड और पत्थलगांव से घेराबंदी कर पकडऩे में सफलता प्राप्त हुई। आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि उक्त कनकी चावल को बतौली से लोडकर गुमला के एक व्यापारी के पास नकद छह लाख रूपये में बेच दिया गया था। गुमला के व्यवसायी को चावल बेचने के बाद तीनों आरोपितों ने अपने-अपने हिस्से के पैसे बांट लिए थे। गुमला के अनिल सिंह को चावल बेचा गया था और उससे छह लाख रुपए मिले थे। इन रुपयों में से कुछ पैसे ट्रक के मेंटेनेंस में खर्च हो गए थे। इसके बाद ट्रक मालिक ने डेढ़ लाख रुपए और ट्रांसपोर्टर ने एक लाख रुपये ले लिए थे । ट्रक मालिक निरंजन साहू ने बताया कि घटना में प्रयुक्त ट्रक वाहन के लिए चार नग टायर, इंश्योरेंस पर कुछ पैसे खर्च हुए। बाकी पैसे भी खर्चे भी हो गए थे। बतौली पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने आननफानन में रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की और तीन आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इस मामले में गुमला के व्यवसायी जिसने कनकी चावल खरीदा था उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई है । थाना प्रभारी चंद्र प्रताप तिवारी ने कहा कि आरोपित अनिल सिंह की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी। इस मामले में ट्रक मालिक निरंजन कुमार साव उम्र 33 वर्ष निवासी खोरा थाना जिला गढ़वा झारखण्ड, ट्रक चालक विरेन्द्र तिग्गा उम्र 25 वर्ष निवासी तेल्या थाना राइढ़ी झारखण्ड, एवं ट्रांसपोर्टर पिताम्बर यादव उम्र 50 वर्ष निवासी दिवानपुर थाना पत्थलगांव, जिला जशपुर को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में बतौली से प्रभारी उपनिरीक्षक चन्द्रप्रताप तिवारी, आरक्षक राजेश खलखो, एहसान फिरदौसी, अशोक भगत, भगलू भगत, ओमप्रकाश गुप्ता एवं सायबर सेल टीम एएसआई अजीत मिश्रा, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, आरक्षक मनीष सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही।