
नईदिल्ली, 30 दिसंम्बर ।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार महाकुंभ 2025 को भव्य तरीके से मनाकर इससे पूरी दुनिया में बड़े संदेश देने की कोशिश कर रही है। महाकुंभ में करोड़ों तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होने पर उनके इलाज के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है। महाकुंभ क्षेत्र में डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों की पूरी टीम मौजूद रहेगी जो किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोगों को चिकित्सा सहायता देने में समर्थ होगी। महाकुंभ क्षेत्र में 23 चिकित्सालय बनाए गए हैं जो कुंभ क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में 24 घंटे कार्यरत रहेंगे। इनमें कुछ अस्पताल लोगों को प्राथमिक स्तर की चिकित्सा देंगे तो वहीं कई अस्पताल उच्च तकनीकी दक्षता से युक्त होंगे जो किसी तीर्थयात्री को हृदय और किडनी जैसी कोई समस्या होने पर आपातकालीन चिकित्सा सेवा देने में समर्थ होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि कुंभ क्षेत्र में एक सौ बेड का अस्पताल भी बनाया जा रहा है। इसमें गंभीर रोगों से पीडि़त लोगों को भर्ती करने और इलाज करने की पूरी व्यवस्था होगी। किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोगों को सेवा देने के लिए 24 घंटे सैकड़ों डॉक्टरों की टीम कुंभ क्षेत्र में मौजूद होगी। इनके अलावा कुंभ क्षेत्र में 25-25 बेड की क्षमता वाले दो उप चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं जहां लोगों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी। कुंभ क्षेत्र में किसी भी तीर्थयात्री को स्वास्थ्य समस्या होने पर उसे आधे किलोमीटर के अंदर पूरी स्वास्थ्य सेवा मिल सके, इसके लिए बीच-बीच में छोटे-छोटे अस्पताल बनाए गए हैं। इसके लिए जगह-जगह पर स्वास्थ्यकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा प्राथमिक स्तर की सेवा के लिए हर जगह पर मेडिकल किट उपलब्ध होंगी।
इसके बारे में सुरक्षाकर्मियों और अन्य सेवा में शामिल लोगों को भी सतर्क किया गया है। कुंभ क्षेत्र में मेडिकल सुविधाओं के अलावा प्रयागराज जिले के सभी अस्पतालों को भी अपग्रेड कर दिया गया है। जिले के सभी सरकारी, गैर सरकारी ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पतालों और निजी अस्पतालों को भी किसी आपातकालीन स्थिति में तैयार रहने के लिए कहा गया है। जानकारी के अनुसार कम से कम पांच हजार बिस्तरों की व्यवस्था की गई है जिससे किसी आपातकालीन परिस्थिति में लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा सके।