कलबुर्गी, 0९ मार्च ।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर जारी सत्ता संघर्ष के बीच पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से एकजुट होकर काम करने और राज्य के विकास को प्राथमिकता देने का अनुरोध किया।उन्होंने कहा कि यदि वे अलग-अलग रहेंगे और अलग-अलग दिशाओं में आगे बढ़ेंगे तो इससे कठिनाई होगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता जेवरगी में कल्याण पथ परियोजना को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि मैं सिद्दरमैया और शिवकुमार की सराहना करता हूं। आप दोनों को मिलकर आगे बढऩा चाहिए और राज्य के विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए। यदि हम विकास को नजरअंदाज करेंगे तो निश्चित रूप से लोग हमें पसंद नहीं करेंगे। राज्य के सियासी हलकों खासकर कांग्रेस पार्टी के भीतर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस साल के अंत तक सत्ता साझा करने के फार्मूले के तहत राज्य के मुख्यमंत्री बदल सकते हैं।इसी कार्यक्रम में खरगे ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर देश से झूठ बोलने का आरोप भी लगाया। कहा कि उन्होंने 11 साल के अपने कार्यकाल के दौरान 11 बड़े झूठ बोले हैं। आरोप लगाया कि ग्यारह साल में पीएम मोदी ने छोटे नहीं, 11 बड़े झूठ बोले हैं। पहला झूठ विदेश से काला धन लाना और लोगों के बैंक खातों में 15-15 लाख रुपये डालना है। दूसरा झूठ हर साल दो करोड़ नौकरियां पैदा करना है। लेकिन, मुझे अब भी नहीं पता कि हमारे युवा उनका समर्थन क्यों करते हैं। क्या वे जाति, धर्म या आचरण के आधार पर ऐसा करते हैं, मुझे समझ में नहीं आता।मुडा जमीन आवंटन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (श्वष्ठ) को कर्नाटक उच्च न्यायालय से शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। उच्च न्यायालय ने सीएम सिद्दरमैया की पत्नी पार्वती बीएम और शहरी विकास मंत्री बीएस सुरेश को जारी ईडी के समन को खारिज कर दिया है। ईडी ने आरोपित के तौर पर नामित न होने के बावजूद मंत्री को पूछताछ को बुलाया था।27 जनवरी को हाई कोर्ट ने समन पर रोक लगा दिया था। अब शुक्रवार को न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने पार्वती और मंत्री सुरेश की याचिकाओं पर यह फैसला सुनाया।