जांजगीर चांपा। कलेक्टर जनदर्शन में त्वरित न्याय की बातें केवल कागजी साबित हो रहा है। एक बार नहीं बल्कि बार-बार कई बार आवेदन करने के बाद भी आम लोगों की समस्याओं का निराकरण सि नहीं हो रहा है। जनदर्शन की स्थिति ऐसी नजर आ रही है कि जनदर्शन में आकर आवेदन दो और टोकन नंबर लो और भूल जाओ। चार से पांच बार आवेदन करने के बाद भी लोगों को न्याय के बजाए निराशा हाथ लग रही है। जनदर्शन में तो कलेक्टर के द्वारा संबंधित विभाग के अफसरों को आवेदनों का त्वरित निराकरण करने निर्देशित किया जाता है लेकिन यह आदेश तक ही सिमट कर रह जा रहा है। संबंधित विभाग के अफसर कलेक्टर के आदेश तक को दरकिनार कर रहे हैं। शिकायत की जांच करने के लिए संबंधित अफसर झांकने तक नहीं पहुंच रहे। सोमवार 22 जुलाई को भी भड़ेसर में पेयजल की समस्या की शिकायत लेकर पहुंचे ग्रामीणों की भी यही तकलीफ थी कि जनदर्शन में दो बार आवेदन करने के बाद भी आज तक गांव में पेयजल की समस्या दूर नहीं हुई। इसी तरह विगत 18 जुलाई को भी कलेक्टर जनदर्शन में बार बार आवेदन देने के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर बलौदा ब्लॉक के ग्राम अंगारखार के कुछ परिवार के दर्जन भर लोग भूख हड़ताल तक करने विवश हो गए थे। ऐसे में दर्जनों शिकायतें और भी सामने आ चुकी है जिसमें शिकायकर्ता जिला प्रशासन की चौखट में आवेदन करते-करते थक चुके हैं पर न्याय अब भी दूर है। गौरतलब है कि आम लोगों की समस्याएं सुनने और उनका निराकरण के लिए हर सोमवार को कलेक्टोरेट में जनदर्शन लगाया जाता था।
सोमवार 22 जुलाई को ग्राम नवागढ़ ब्लॉक की ग्राम भड़ेसर की 50 से 60 की संख्या में महिलाएं जनदर्शन में शिकायत लेकर कलेक्टोरेट पहुंची थीं। उनकी समस्या पेयजल से जुड़ी थी। गांव की एक महिला निर्मला करियारे ने बताया कि गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी बनाई गई है। जिसमें ठेकेदार के द्वारा स्तरहीन कटा-फटा पुराना तार लगा दिया है जो हर दूसरे दिन टूट जा रहा है। घरों में नल कलेक्शन में दो दिन भी पानी नहीं मिला। महिलाओं ने बताया कि ठेकेदार के आदमी परेश्वर यादव के द्वारा विद्युत कनेक्शन व सबमर्शिबल पंप को निकालकर ले गया है। इसके बाद से गांव के लोग कुंआ का पानी पी रहे हैं। जिससे कभी भी डायरिया जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में गांव आ सकता है।
दो बार शिकायत पर नहीं पहुंचे अफसर
भड़ेसर सरपंच प्रतिनिधि रामकुमार यादव ने बताया कि इसके पूर्व 8 जुलाईका को कलेक्टर जनदर्शन में टोकन नंबर 2060424002422 सुरक्षा नं. 478 व जनदर्शन टोकन नं. 2060424002619 सुरक्षा नं. 829 15 जुलाई को आवेदन दिया था। तब कलेक्टर के द्वारा पीएचई के अफसरों को निराकरण करने आदेश भी दिया था मगर आज तक न तो पीएचई के कोई अफसर गांव पहुंचे न पानी नसीब हो रहा। इससे परेशान होकर दुखी मन से भी फिर सभी आवेदन करने आए हैं।