भटगांव। सूरजपुर जिले की प्रेमनगर,भटगांव और प्रतापपुर विधानसभा सीट के प्रत्याशियों की घोषणा कर भाजपा ने दावेदारों के हर रास्ते बंद कर दिए हैं। इनमें बड़ा नाम पूर्व गृहमंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामसेवक पैकरा है। पैकरा की परंपरागत सीट प्रतापपुर है। इस चुनाव में पैकरा , प्रतापपुर के अलावा भटगांव से भी दावेदार थे लेकिन पिछले चुनाव में मिली हार का ही परिणाम है कि उन्हें दोनों में से एक भी सीट से प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। प्रत्याशी घोषित होने से पहले तक रामसेवक पैकरा संगठन के हर कार्यक्रमों में पूरी सक्रियता से शामिल हो रहे थे। वाड्रफनगर में भी धरना-प्रदर्शन में शामिल होते थे लेकिन शुक्रवार को अंबिकापुर में किसानों के मुद्दे को लेकर आयोजित धरना-प्रदर्शन व कलेक्टोरेट घेराव के कार्यक्रम में वे शामिल नहीं हुए। भाजपा संवाद विभाग की ओर से जारी सूचना में अंबिकापुर में आयोजित धरना-प्रदर्शन में पूर्व गृहमंत्री का नाम मुख्य अतिथि के रूप में बताया गया था लेकिन पैकरा के नहीं आने पर जिला संगठन के पदाधिकारियों ने भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष टीका राम पटेल की उपस्थिति में विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम संपन्न किया गया। भाजपा नेताओं ने दावा किया कि सूरजपुर जिले में संगठन के कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण पैकरा अंबिकापुर नहीं आए जबकि राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि टिकिट वितरण के बाद उतपन्न परिस्थितियों के कारण उन्होंने शनिवार को संगठन के कार्यक्रम से अपनी दूरी बना ली। प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों को हर पांच साल में मतदाता मौका देते रहे हैं। अंबिकापुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रतापपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी शकुंतला सिंह ने कहा कि यह विधानसभा क्षेत्र पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा का रहा है। वे कई बार यहां से चुनाव जीत चुके हैं। मुझे प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद मेरी उनसे (रामसेवक पैकरा) चर्चा हुई है। उनका पूरा सहयोग व समर्थन मुझे मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन ने उनपर भरोसा कर टिकिट दिया है। कार्यकर्ताओं में उत्साह है। सभी को साथ लेकर वे चुनाव मैदान में उतर चुकी है।