
रोहतक, २१ नवंबर ।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि कांग्रेसियों को विधानसभा चुनाव में नकार कर भाजपा को तीसरी बार प्रदेश की सत्ता सौंपी है। कांग्रेसी कभी ईवीएम को बहाना बनाते हैं तो कभी अन्य कोई कारण बताकर अनर्गल बयानबाजी करते हैं। लगता है कि ईवीएम को लेकर कांग्रेसियों का बुखार उतरा नहीं है।शिक्षा मंत्री बुधवार देर शाम महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित इंटर जोनल यूथ फेस्टिवल में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।शिक्षा मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विधानसभा सत्र में विपक्षी विधायकों के पास बोलने के लिए कुछ होता नहीं है, वहां जाते ही उनकी बोलती बंद हो जाती है। डीएपी खाद की कमी के सवाल पर कहा कि प्रदेश में कोई कमी नहीं है।किसानों को पर्याप्त डीएपी मिल रहा है। यह तो विपक्ष आरोप लगा रहा है। विश्वविद्यालय को सरकार द्वारा अनुदान नहीं देने के सवाल पर कहा कि विश्वविद्यालयों को अनुदान दिया जा रहा है। किसी तरह का अभाव नहीं रहने दिया जाएगा। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रदेश में 2025 तक लागू करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।आशा है कि नई शिक्षा नीति हरियाणा में पूरी तरह से लागू हो जाएगी। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की घटती संख्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी सोच में बदलाव करने की जरूरत है। जुलाना से कांग्रेस विधायक पहलवान विनेश फोगाट की गुमशुदगी के पोस्टर लगने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उनके साथ चरखी दादरी से विधायक सुनील सतपाल सांगवान भी मौजूद थे।बता दें कि ईवीएम हैक करने का आरोप नये सिरे से उछालकर कांग्रेस अपनी कमजोरियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। हरियाणा की राजनीति में एकबार फिर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसा तब हो रहा है जबकि केंद्रीय चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम और ईवीएम संदर्भित शंकाओं का निवारण कर दिया है।अब एकबार फिर ईवीएम पर हार का ठीकरा फोड़ कांग्रेस उचित नहीं कर रही है। सही मायनों में देखा जाए तो ईवीएम हैक करने का आरोप नये सिरे से उछालकर कांग्रेस अपनी कमजोरियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।