
चेन्नई, 0९ अप्रैल । लोकसभा चुनाव से पहले कच्चातिवु का मामला गर्माता जा रहा है। अब इस मुद्दे पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस और द्रमुक पर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस और द्रमुक से 1974 में श्रीलंका को सौंपे गए कच्चातिवु द्वीप पर स्पष्टीकरण मांगा और मुद्दे पर साफ बयान देने को कहा।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना पर आपत्ति जताते हुए केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि स्टालिन प्रधानमंत्री मोदी के राज्य में होने वाले दौरों से क्यों कांप रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री मोदी मछुआरों को सब्सिडी, नीतियों समेत काफी कुछ दे रहे हैं और दूसरी ओर द्रमुक व कांग्रेस ने श्रीलंका को कच्चातिवु को सौंप दिया। उन्हें बताना चाहिए कि श्रीलंका को कच्चातिवु को सौंपने के लिए कौन जिम्मेदार है। इस मुद्दे पर कांग्रेस-द्रमुक चुप क्यों हैं। उन्होंने श्रीलंका को जमीन का महत्वपूर्ण टुकड़ा क्यों दिया और मछुआरों और तमिलों की भावनाओं को आहत किया। उन्होंने काशी तमिल संगमम के आयोजन व नए संसद भवन में सेंगोल स्थापना का उदाहरण देते हुए कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी का राज्य और यहां के लोगों के प्रति प्रेम है। द्रमुक नेता व सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने सोमवार को कहा कि द्रमुक कच्चातिवु द्वीप विवाद पर चुप नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ सरकार लोगों के कल्याण के लिए नहीं बल्कि चुनाव प्रचार के लिए यह मुद्दा उठा रही है। तिरुवनमयूर में द्रमुक उम्मीदवार सुमति उर्फ तमिलाचि थंगापांडियान के प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि हमने इस मुद्दे को कई बार उठाया लेकिन पीएम मोदी और भाजपा सरकार ने कभी जवाब नहीं दिया।





















