कोरबा। श्रावण मास की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। पहला ही दिन सावन सोमवार का है। ऐसे में शिवालयों में जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति होगी, वहीं कांवर यात्रा करने वाले लोग भी आधी रात से पहुंचना शुरू हो जाएंगे। अर्थात उनकी यात्रा अषाढ़ पूर्णिमा की रात्रि से प्रारंभ होगी। कांवरियों को जरूरी सुविधा देने के लिए तरदा, रजकम्मा और कोरकोमा के पास बेस कैंप लगाए जा रहे हैं।
कोरबा में कांवरिया संघ के अलावा कटघोरा और कोरकोमा में नागरिक संगठन इस प्रकार के काम करने आगे आया है। पिछले वर्षों में भी इनकी भूमिकाएं सुनिश्चित हुई है। बताया गया है कि जल लेकर काफी दूरी पैदल तय करने से श्रद्धालुओं को कुछ परेशानियां हो सकती है इसलिए बीच की दूरी में प्राथमिक चिकित्सा के साथ-साथ चाय, पानी और अन्य सेवाएं दी जा रही हैं।
कांवरियों के अलावा अन्य श्रद्धालु भी यहां से सुविधा का लाभ ले सकेंगे। श्रावण मास की शुरुआत होने पर दो दिन शेष बचे हैं इसलिए जिले भर में शिवालयों में रंग-रोगन से लेकर अन्य तैयारी तेज की गई है।