नई दिल्ली। काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। डॉ. कुलपति जी ने दीर्घकाल तक बाबा विश्वनाथ की अनन्य भाव से सेवा की और आज बाबा के चरणों में लीन हो गए। उनका शिवलोकगमन काशी के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी नहीं रहे। वह कई महीनों से न्यूरो संबंधित रोग से ग्रस्त थे और ओरियाना अस्पताल में भर्ती थे। वहीं उन्होंने बुधवार की शाम लगभग पौने पांच बजे अंतिम सांस ली। अस्पताल से उनका शव टेढ़ीनीम स्थित उनके आवास पर लाया गया है। उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा। उनके निधन का समाचार मिलते ही काशी के धार्मिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। डॉ. कुलपति तिवारी का जन्म 10 जनवरी 1954 को शुभ मुहूर्त में काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत पं. महावीर प्रसाद तिवारी के आंगन में पिता डॉ. कैलाशपति तिवारी व मां रामा देवी की गोद में हुआ था। बालक की वैभवशाली जन्मकुंडली देखकर ज्योतिषाचार्य दादा ने कुलपति नाम दिया।