मुंबई, १८ अक्टूबर। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि संभवत उन्होंने पुणे में पुलिस विभाग की एक जमीन सौदे की स्थिति के बारे में वहां की तत्कालीन पुलिस आयुक्त मीरा बोरवणकर से पूछा होगा। हालांकि, इस आरोप से उन्होंने इन्कार किया कि बिल्डर को भूखंड सौंपने के लिए कहा था। मीरा ने अपनी किताब मैडम कमिश्नर में पवार के संदर्भ में आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि 2010 में तत्कालीन जिला मंत्री ने जोर दिया था कि वह पुलिस विभाग के नीलाम किए गए भूखंड को सफल बोली लगाने वाले को सौंपने की प्रक्रिया पूरी करें। सफल बोली लगाने वाले को बाद में 2-जी घोटाले के आरोपित के रूप में उद्धृत किया गया है।मीरा ने लिखा है कि उन्होंने इस कदम का विरोध किया था। पवार उस समय वहां के प्रभारी मंत्री थे। पवार ने मीडिया से कहा कि मैं स्वीकार करता हूं कि मैंने उनसे भूखंड सौदे की स्थिति के बारे में पूछा होगा और उन्होंने भूमि सौंपने पर अपना विरोध जताया होगा। इसके अलावा, मैंने सौदे को आगे बढ़ाने की कोई कोशिश नहीं की। मैंने उनसे सौदे के बारे में इसलिए पूछा क्योंकि एक समिति ने निजी बिल्डर को भूखंड सौंपने का फैसला किया था। लेकिन, उस फैसले को लागू नहीं किया जा रहा था। राकांपा नेता ने मीरा का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि उनके खिलाफ एक सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी द्वारा कुछ आरोप लगाए गए हैं।