जनता को जागरुक कर रही है पुलिस
कोरबा। समय के साथ साइबर फ्रॉड सहित कई प्रकार के गंभीर अपराध घटित हो रहे हैं और इनमें चौंकाने वाली बातें भी सामने आ रही हैं। लोगों को इस प्रकार के मामले से बचने के लिए कोरबा जिले में पुलिस ने जागरूकता अभियान चला रखा है। लोगों से कहा गया है कि वह वित्तीय विषय पर किसी दूसरे व्यक्ति से अपनी जानकारी बिल्कुल साझा ना करें , ऐसा करना उन्हें मुश्किल में डाल सकता है।
कोरबा की पुलिस के द्वारा अपराधों पर उन्मूलन को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है और खुलासे भी किया जा रहे हैं। साइबर फ्रॉड के साथ ऑनलाइन सट्टा से संबंधित अपराधों में बढ़ोतरी के बीच चुनौतियां बढ़ी हैं।। कम समय में करोड़पति बनने के चक्कर में लोग गलत कार्यों की तरफ अपने आप को बढ़ा रहे हैं और दूसरों को भी प्रोत्साहित करने में लगे हैं। कोरबा के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि जिले की पुलिस ने एक पखवाड़ा पहले ऑनलाइन सट्टा के मामले को उजागर किया था जिसमें पांच आरोपियों को कोरबा और अंबिकापुर से गिरफ्तार किया गया। इस प्रकरण में 5 करोड़ का ट्रांजैक्शन विभिन्न बैंक खातों से करने की जानकारी मिली।। इस मामले की जांच पुलिस की ओर से की जा रही है और यह पता किया जा रहा है कि कौन-कौन लोग इस मामले में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल थे जिन्होंने अपनी भूमिका निभाई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस प्रकरण में हमारे द्वारा 84 पासबुक और कई एटीएम कार्ड जप्त किए गए जो आरोपियों के पास थे। स्पष्ट हुआ है कि ऑनलाइन सट्टा चलाने वाले गिरोह के सदस्यों ने अपने परिचितों और संबंधितों को फांस रखा था और उनसे बैंकिंग डिटेल ले लिया था। इसके माध्यम से उन लोगों ने अपने गलत मंसूबों को अंजाम दिया। पुलिस ने साफ तौर पर कहां है कि यह अपने आप में बेहद गंभीर मामला है और इसकी पुख्ता जांच की जा रही है। पुलिस की ओर से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है कि अपने बैंकिंग खातों के बारे में ना तो किसी को जानकारी दें और ना ही किराए के आधार पर पासबुक और चेक, एटीएम कार्ड उनके हवाले करें। क्योंकि इसके जरिए ही ऑनलाइन कारोबार करने वाली गैंग गलत कार्यों को ऊंचाई दे रही है। भविष्य में जांच में इस तरह की चीज सामने आती है तो उन सभी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी जिसे जुड़ी हुई जानकारी पुलिस को प्राप्त होती है।
अर्पित अग्रवाल और चार सहयोगी गिरफ्तार
याद रहे कोरबा पुलिस और साइबर टीम के द्वारा ऑनलाइन सट्टा का संचालन किया जा रहा था। कृष्ण जीतो बुक के माध्यम से इस काम को अंजाम देने की कोशिश की गई। कोरबा पुलिस ने रजगामार के निवासी अर्पित अग्रवाल और उसके चार सहयोगियों को कोरबा अंबिकापुर से गिरफ्तार किया उनके कब्जे से 24 एटीएम कार्ड, दो लैपटॉप, बड़ी संख्या में मोबाइल और बैंक की 84 पासबुक व चेक बुक भी जप्त की थी।