
सीतापुर। क्षेत्र में मवेशियों की तस्करी धड़ल्ले से जारी है। पशु तस्करी के इस अवैध कारोबार में कई गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है। यह क्षेत्र पशु तस्करों का गढ़ बनता जा रहा है। विगत दिनों मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बेखौफ पशु तस्करों द्वारा अवैध रूप से बूचडख़ाने ले जा रहे बेजुबान मवेशियों को पिकअप वाहन समेत जब्त किया है। पिकअप लावारिस हालत में गांव में खड़ी थी।चालक मवेशी से भरा पिकप छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस ने पशु तस्करी में लिप्त वाहन जब्त कर मवेशियों को गौशाला के सुपुर्द कर दिया है। ग्राम कपाटबहरी में मवेशियों से भरी एक पिकअप वाहन कीचड़ में फंसी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से कीचड़ में फंसी हुई पिकअप वाहन को बाहर निकाला।तलाशी के दौरान पुलिस को पिकअप वाहन में 13 नग मवेशी मिले।जिन्हें तस्करो ने बड़ी बेरहमी के साथ हाथ पैर बांधकर पिकअप में भरकर रखा था। पशु तस्कर अवैध रूप से मवेशियों को पिकअप में भरकर रांची स्थित बूचडख़ाने ले जा रहे थे।तभी वाहन चालक रास्ता भटककर ग्राम कपाटबहरी पहुँच गया।जहां उसकी मवेशी से भरी पिकअप वाहन कीचड़ में जा फंसी। इस दौरान चालक पकड़े जाने के बाद मारपीट के डर से वहाँ से भाग निकला।सुबह पांच बजे ग्रामीणों ने मवेशियों से भरी लावारिस पिकअप देख पुलिस को सूचित किया।जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस मवेशी से भरी पिकप वाहन क्रमांक जेएच 09 एवाई 9250 को जब्त कर थाने ले आई।जहाँ से मवेशियों को देखरेख हेतु ग्राम सोनतराई स्थित निखिल गौशाला के सुपुर्द किया गया।इस मामले में पुलिस ने अज्ञात पशु तस्करों के विरुद्ध छ ग कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4,6,10 एवं पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(डी) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।वही वाहन क्रमांक के आधार पर पुलिस पशु तस्करों की सुराग जुटाने में लगी हुई हैं। क्षेत्र में पशु तस्करी का अवैध कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है।संगठित गिरोह बनाकर क्षेत्र में किये जा रहे पशु तस्करी की वजह से यह क्षेत्र पशु तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। ग्राम पेंट, तेलाइधार, टोकोपारा, एरंड नवापारा जैसे कई गांव ऐसे है।जहाँ से पशु तस्करी का खेल बेखौफ होकर संचालित किया जाता है।अभी कुछ दिन पहले बूचडख़ाने ले जाते हुए पशु तस्करों के एक पूरा गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा था।इस गिरोह के 12 से 15 सदस्य लगभग डेढ़ सौ मवेशी ग्राम केरजु के रास्ते बूचडख़ाने ले जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर ग्राम केरजू पहुंची पुलिस ने पूरे गिरोह को रंगे हाथों पकड़ा था।