टीआई हल निकालने में जुटे
कोरबा। कोयलांचल कुसमुंडा में निर्माणधीन फोरलेन सड़क का काम 3 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका है। 198 करोड़ की रकम इस काम पर खर्च की जा रही है। महाराष्ट्र के नागपुर की कंपनी को इस काम का ठेका का मिला हुआ है। इसके कामकाज की रफ्तार अपेक्षा के अनुरूप नहीं होने के कारण कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही है। पिछले 1 सप्ताह से रास्ते पर लग रहे जाम में नागरिकों का सिरदर्द बढ़ा दिया है। हालत इतने विकट हो गए हैं कि अब समस्या का हल निकालने के लिए कुसमुंडा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा को खुद मोर्चा संभालना पड़ा।
सर्वमंगला पुलिस चौकी से इमलीछापर तक वाहनों का जाम लगने के नजारे पिछले 1 सप्ताह से कुछ ज्यादा ही लग रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह कोयला लोड कर परिवहन करने वाले भारी वाहन बताए जा रहे हैं। जो बनमने तरीके से इस रास्ते पर परिचालन करने में लगे हुए हैं। आधे अधूरे फोरलेन पर मनमर्जी से चलने के नतीजन छोटे वाहनों को निकलने का रास्ता नही मिलता। ऊपर से रास्ते पर निर्माण की प्रक्रिया के दौरान कई स्थान पर 50 मीटर या इससे अधिक लंबाई के पेंच कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा अलग-अलग कारण बताकर काफी समय से छोड़ दिए गए। एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के द्वारा कराए जा रहे निर्माण के बावजूद अब बारिश का बहाना बताकर ऐसे पेंच को फुलफिल करने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
देखने को आ रहा है सड़क के बजाय आसपास के पॉइंट से भी भारी वाहन बेजा कब्जा की तर्ज पर दौड़ रहे है। इससे दोनों दिशा में छोटे वाहनों को फसना पड़ रहा है। हालात ऐसे हो रहे है कि कम दूरी तय करने के लिए भी 2 से 3 घण्टे जाया हो रहे है। हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा एक लाइन को खाली रखने के निर्देश के बाद आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। कुसमुंडा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा ने इसके अंतर्गत मोर्चा संभालते हुए अपनी टीम के साथ उपस्थिति दर्ज कराई और उन स्थानों पर मिट्टी व गिट्टी फीलिंग करने का काम कराया जो पूरी समस्या की जड़ बने हुए हैं। बताया गया कि इसी रास्ते पर अस्तव्यस्त तरीके से वाहनों को खड़ा करने पर बड़ी संख्या में चालकों पर पेनल्टी भी की गई थी।