
जांजगीर चांपा। नवागढ़ विकासखंड के अंतर्गत ग्राम कुरियारी में इस सत्र से हायर सेकेंडरी स्कूल तो खुल गया है, लेकिन कई विषय के शिक्षक नहीं होने सेबच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों को हायर सेकेंडरी स्कूल खुलने से खुशी हुई कि बच्चों को अब पढ़ाई के लिए अन्य गांवों में नहीं जाना पड़ेगा। यहां पर्याप्त शिक्षकों की कमी है वहीं प्राचार्य का पद भी खाली है। वर्तमान में प्रभारी प्राचार्य के रूप में बीपी कश्यप संभाल रहे हैं।
प्रभारी प्राचार्य बीपी कश्यप ने बताया कि विषय र्वा व्याख्याता कमी को बीईओ ऑफिस में भेज दिए हैं और शासन से मांग किए हैं कि इस विषयों के शिक्षकों की कमी की पूर्ति की जाए लेकिन अभी तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। हालांकि विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं स्वच्छ पेयजल, बाथरूम, टेबल कुर्सी, खेल का मैदान आदि उपलब्ध हैं लेकिन टीचर की कमी विद्यालय परिवार को खल रही है। शाला विकास समिति भी इसके लिए बैठक आयोजित कर रही हैं, लेकिन शासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। स्कूल में चपरासी भी नहीं है जिसके कारण ऑफिस को शिक्षक गण साफ करते हैं तो वहीं कक्षाओं को विद्यार्थी साफ करते हैं। वहीं क्लर्क नहीं होने के कारण कंप्यूटर संबंधित काम को जन सेवा केंद्र में जाकर कराते हैं। बीपी कश्यप ने आगे बताया कि यहां हिंदी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, भौतिक शाख और रसायन शास्त्र के शिक्षकों की कमी है। वहीं विद्यालय में वर्तमान में चार स्टाफ जिसमे प्रभारी प्रधानाचार्य सह जीव विज्ञान व्याख्याता बीपी कश्यप एवं गणित व्याख्याता श्वेता यादव, संस्कृत व्याख्याता बंसीलाल कुरें और अंग्रेजी व्याख्याता धनीराम रत्नाकर कार्यरत हैं। गौरतलब है कि स्कूल खुले हुए डेढ़
महीना होने वाले हैं और शिक्षकों की कमी दिखाई देने से ग्रामीण भी नाराज हैं अगर ऐसी स्थिति रही तो बच्चों के पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
क्या कहते हैं बच्चे कक्षा 12वीं की छात्रा श्वेता खूंटे ने बताया कि स्कूल में भौतिक और रसायन की शिक्षक नहीं है, जिससे इस विषय को पढऩे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हमारी मांग है कि इस विषयों की शिक्षा की भर्ती की जाए ताकि हम सुचारू रूप से विद्या अध्ययन कर सकें। इसी प्रकार कक्षा 9 की छात्रा बबीता कश्यप ने बताया कि हिंदी, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान विषय के शिक्षक नहीं होने से कई अध्याय समझ में नहीं आ रहे हैं जिससे पढऩे में परेशानियां हो रही है।