
कुल्लू, ३० जुलाई ।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के तोष में देर रात बादल फट गया। बादल फटने से यहां पर भारी तबाही मची है। बाढ़ में एक पुल बह गया है। घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। देर रात बादल फटने के बाद यहां पर अफरा तफरी मच गई। लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। फिलहाल तोष का संपर्क कट गया है। उधर, सोलंग घाटी के पलचान से सटे सरेही नाला का जलस्तर फिर बढ़ा गया है। नाले का पानी सडक़ से बहने लगा। इस वजह से मनाली-लेह मार्ग यातायात के लिए फिर बंद हो गया है। वहीं पलचान गांव के ग्रामीणों अभी भी सहमे हुए हैं। कुछ दिन पहले बदल फटने की घटना से गांव के तीन मकान बह गए हैं, जबकि पांच मकानों को खतरा पैदा हो गया है। एसडीएम रमण कुमार शर्मा ने बताया कि पानी बढऩे से मनाली-लेह मार्ग बंद हो गया है। वहीं, प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। 31 जुलाई और एक अगस्त को अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश होने का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। इस दौरान प्रदेश के पांच जिलों कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला, किन्नौर के कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ आने की चेतावनी भी जारी हुई है। हिमाचल में 117 सडक़ें और 215 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे। राजधानी शिमला में हल्के बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी हुई। धर्मशाला, कांगड़ा और हमीरपुर में भी हल्की बारिश ही हुई। रात धर्मशाला, देहरा, सोलन, नाहन और शिमला में बादल झमाझम बरसे। प्रदेश में चार अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। शाम तक प्रदेश में 117 सडक़ों पर वाहनों की आवाजाही ठप रही।
शिमला जोन में रामपुर में 37, शिमला में 20, सोलन-नाहन और रोहड़ू में एक-एक सडक़ बंद रही। मंडी जोन में मंडी में 20, कुल्लू और जोगिंद्रनगर में 7-7, हमीरपुर जोन के तहत धर्मपुर में 8, कांगड़ा जोन में डलहौजी में 9, नूरपुर में 3 और पालमपुर में 1 सडक़ बंद रही। इसके अलावा प्रदेश में 215 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप हो गए हैं। जिला चंबा में 108, मंडी में 80, शिमला में 22 और लाहौल-स्पीति में 5 ट्रांसफार्मर ठप रहने से कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई प्रभावित रही। ऊना में 24.0, नाहन-मंडी में 25.1, सोलन में 20.6, मनाली में 19.6, कांगड़ा में 22.4, बिलासपुर में 25.0, हमीरपुर में 26.7 और चंबा में 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।