3 दिवसीय शिविर के समापन समारोह में बीएमओ रंजना बोलीं, मानवता के हित में यह काम महत्वपूर्ण
कोरबा। दुर्घटना अथवा अन्य कारण से काफी समय पहले अपने हाथ पैर का काफी हिस्सा खो चुके लोगों को शारीरिक कमी महसूस तो होती थी। साथ ही उनके कार्य क्षमता पर भी काफी असर पड़ रहा था। यहां वहां परामर्श और उपचार के बाद जब बात नहीं बनी तो उन्होंने खुद को इसी हाल पर छोड़ दिया। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कुछ समय के बाद हालात बदल भी सकते हैं। अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच और नवचेतना शाखा कटघोरा के द्वारा आयोजित किए गए निशुल्क कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर में कई लोग लाभान्वित हुए और उन्हें जिंदगी के नए अर्थ मिले। इसकी खुशी उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी। ऐसे हितग्राहियों ने आयोजन करने वाले सामाजिक जनों के प्रयास को सराहा।
काफी समय से अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच और नव चेतना शाखा के द्वारा आसपास में भ्रमण करने के साथ इस बात को चिन्हित किया गया कि अलग-अलग इलाके के कई लोग शारीरिक विकृति के कारण परेशान है । इसके चलते उनके सामने कई प्रकार की परेशानियां है। पारिवारिक स्तर पर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पूछताछ में कई प्रकार की चीज सामने आई। मालूम चला कि किसी प्रकरण में आर्थिक समस्या है तो किसी में तकनीकी कारण जिम्मेदार हैं और इसलिए मामले अटके हुए हैं। यह सब जानकर लोगों ने इस बारे में विचार किया और पीडि़तों को राहत देने के बारे में योजना बनाई महावीर विकलांग सेवा सहायता समिति राजस्थान से संपर्क किया गया। वहां से आवश्यक निर्देश मिलने पर कटघोरा में कैंप लगाने का रास्ता साफ हुआ जो यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 5,6 और 7 दिसंबर को संपन्न हो गया। हरिद्वारी गर्ग और प्रभावती देवी की स्मृति में आयोजित यह शिविर कई कारण से विशेष छाप छोड़ गया। अखिल भारतीय मारवाड़ी युवा मंच के सहायक मंत्री पीयूष अग्रवाल ने बताया कि शिविर में कोरबा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से वास्ता रखने वाले 50 लोगों को कृत्रिम हाथ और पैर प्रत्यारोपित किए गए। दुर्भाग्यजनक रूप से इसी कड़ी में 15 ऐसे प्रकरण हमारे सामने आए जिनमें संबंधित हिस्से कुछ ज्यादा ही क्षतिग्रस्त हो गए थे, इसलिए उनमें प्रत्यारोपण किया जाना संभव नहीं हो सका। 3 दिन के शिविर के माध्यम से 20 हितग्राहियों को चलने के लिए से संबंधित समस्या के समाधान के लिए कैलीपर्स और बैसाखी का वितरण किया गया। शिविर का आयोजन करने वाले लोग इस बात से प्रसन्न दिखे कि यहां पर पंजीकरण कराने के साथ सुविधा प्राप्त करने वाले लोगों के चेहरे पर हमने संतुष्टि की एक चमक देखी। उन्होंने इस बात को हमारे साथ साझा किया और बताया कि लंबे समय तक कई प्रकार की चुनौतियों को बर्दाश्त करने के बाद हमें कटघोरा में आयोजित शिविर के माध्यम से एक अवसर प्राप्त हुआ और शारीरिक कमी को दूर करने में सफलता मिली। शिविर के समापन पर आयोजित औपचारिक कार्यक्रम में कटघोरा की विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रंजना तिर्की मुख्य अतिथि थी। उन्होंने अपने विचार रखते हुए कहा कि मानवता सबसे बड़ी चीज है और जो लोग इस रास्ते पर चलने के साथ आम इंसानों और उनसे जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए निस्वार्थ रूप से सेवा करते हैं उन्हें इसका प्रतिफल बृहद रूप में इसी जीवन में प्राप्त होता है। ऐसे लोगों को लगातार परमार्थ करने की शक्ति और प्रेरणा ईश्वर प्रदान करते हैं। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ने यह भी कहा कि जब भी कोई व्यक्ति या संस्था इस अच्छी भावना के साथ बेहतर काम करने के लिए आगे बढ़ते हैं तो उनके लिए वातावरण भी अनुकूल हो जाते हैं और किस प्रकार से संसाधन उपलब्ध होते हैं, यह भी अपने आप में हैरान करता है। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी ने मारवाड़ी युवा मंच नव चेतना शाखा और महावीर विकलांग कल्याण समिति के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की मुक्तकंठ से सराहना की और इस बात को दोहराया कि जब कभी भी ऐसे काम होंगे तो स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से भरपूर सहयोग करेगा। शिविर का आयोजन करने वाले संगठन के प्रमुख पदाधिकारी ने भी समापन दिवस पर अपने सारगर्भित विचार रखें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोगों की सामान्य मूलभूत जरूरत की पूर्ति के लिए सरकार ने सिस्टम बना रखा है और उनके माध्यम से इस प्रकार के काम पूरे हो जाते हैं। लेकिन कई काम ऐसे होते हैं जिनके लिए अभी तक ना तो कोई योजना बनी है और ना ही किसी स्तर से ठोस पहल हो पाती है। ऐसे विषय मानव समाज के हित से जुड़े होते हैं और निश्चित रूप से इस बारे में लोगों का संगठन या संस्था ही संवेदनशीलता के साथ विचार कर सकती है और इसे क्रियान्वित भी कर सकती हैं। पदाधिकारी ने कहा कि मारवाड़ी युवा मंच और उसके सहयोगी संगठन विभिन्न क्षेत्रों में लगातार इस प्रकार के कार्यों को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं। उन्होंने भौतिक संसाधनों के साथ-साथ समर्पण और समय देकर ऐसी परियोजनाओं को आगे विस्तार दिया है। जब बड़ी संख्या में पीडि़त लोग ऐसे कार्यों से लाभान्वित होते हैं तो हमें आत्मिक संतुष्टि का एहसास होता है और बल मिलता है कि क्यों ना इस तरह के कार्यों को और विस्तारित किया जाए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों और विभिन्न संगठनों के लिए काम करने वाले सेवाभावी लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस टीम ने दिया अपना योगदान
कटघोरा नगर में किए गए आयोजन को लेकर अक्षत अगरवाल, संजय मित्तल, पारस अग्रवाल, अमन गोयल और अरुण केडिया व उनके साथियों ने मुख्य रूप से अपनी सेवाएं दी। मारवाड़ी युवा मंच और नव चेतना साखा को अपने इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम सफल बनाने में सामाजिक इकाइयों से भी सहयोग मिला। आयोजकों ने स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका, स्थानीय निजी अस्पताल और अन्य सभी संबंधितों का उनके योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।