नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत का विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को स्वागत करते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई अब और अधिक तेजी के साथ होगी। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उम्मीद जताई कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी उचित न्याय मिलेगा। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को जमानत मिलने से मुझे बहुत खुशी हुई है। यह मौजूदा चुनावों के संदर्भ में बहुत मददगार होगा। शरद पवार ने जमानत का स्वगत करते हुए कहा कि देश लोकतंत्र की खोज में दृढ़ है। शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे केजरीवाल के लिए बड़ी जीत बताया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि देश में तानाशाही शासन के खिलाफ केजरीवाल को न्याय और राहत बदलाव की बयार का एक बड़ा संकेत है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि वे अब लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई और अधिक तीव्रता से लड़ेंगे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत दिये जाने का स्वागत किया और कहा कि आम आदमी पार्टी प्रमुख की रिहाई न सिर्फ न्याय का प्रतीक है बल्कि इसे विपक्षी गठबंधन भी मजबूत हुआ है। केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई जमानत का स्वागत करते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि यह और पहले होना चाहिए था। सहस्त्रबुद्धे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि न्यायाधीशों ने चुनाव के बीच में खुद को प्रचार अभियान का हिस्सा बना लिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि चुनाव के बीच एक पक्ष को चुनकर लार्डशिप (न्यायाधीशों)ज् ने खुद को प्रचार अभियान का हिस्सा बना लिया है। जब अरबों मतपत्र बोलेंगे, तब यह शायद उन्हें पसंद नहीं आये। इस फैसले पर भाजपा नेता शहनवाज हुसैन ने कहा कि जमानत का मतलब बरी किया जाना नहीं होता है । उन्होंने कहा कि केजरीवाल की रिहाई का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।