कोडिकोड, १६ सितम्बर । केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस का छठा केस मिलने के बाद सभी स्कूल-कॉलेज और ट्यूशन सेंटर्स को 24 सितंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यहां 14 सितंबर से ही शैक्षणिक संस्थाएं बंद हैं। दूसरी तरफ निपाह वायरस से संक्रमितों के कॉन्टैक्ट में आने वाले लोगों की संख्या 1008 हो गई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि इनमें से 327 स्वास्थ्य कर्मी हैं। कोझिकोड जिले के बाहर संक्रमितों के संपर्क में 29 लोग आए हैं। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में मलप्पुरम के 22, वायनाड के 1 और कन्नूर-त्रिशूर जिले के 3-3 लोगों की पहचान हुई है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ये आंकड़ा और बढ़ सकता है। कोझिकोड में निपाह वायरस से 30 अगस्त को पहली और 11 सितंबर को दूसरी मौत हुई थी। 30 अगस्त को मृतक के अंतिम संस्कार में 17 लोग शामिल हुए थे। इन सभी को आईसोलेशन में रखा गया है। शुक्रवार को निपाह वायरस को लेकर बैठक में स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज और पब्लिक वक्र्स डिपार्टमेंट मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास। शुक्रवार को निपाह वायरस को लेकर बैठक में स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज और पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट मंत्री पी.ए. मोहम्मद रियास। केरल में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को कोझिकोड में एक व्यक्ति (39) के निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि की थी। इसी के साथ कोझिकोड में निपाह वायरस के चार एक्टिव मामले हो गए। इनमें एक 9 साल के बच्चे की हालत गंभीर है। वह आईसीयू में भर्ती है। ढ्ढष्टरूक्र ने बताया कि निपाह वायरस के इलाज के लिए भारत ने मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की 20 और डोज ऑस्ट्रेलिया से मांगी है। अभी हमारे पास केवल 10 डोज मौजूद हैं। हमारे शरीर में मौजूद एंटीबॉडी को जब लेबोरेटरी में बनाया जाता है, इसे मोनोक्लोनल एंडीबॉडी कहते हैं। ये कैंसर समेत कई बीमारियों के इलाज में मददगार होती है। भारत के बाहर विश्व भर में अब तक निपाह से संक्रमित 14 लोगों को ही मोनोक्लोनल एंटीबॉडी दी गई है। इनमें सभी की जान बची है। भारत ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनल एंटीबॉडी डोज मंगवाए थे। उस साल केरल के कोझिकोड और मलप्पुरम जिले में निपाह से 17 लोगों की मौत हुई थी।