बिश्रामपुर। एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र की अमेरा ओपनकास्ट परियोजना में पदस्थ माइनिंग सरदार व बीएमएस नेता राजेश सिंह को सहक्षेत्र प्रबंधक एमके चौधरी से विवाद कर धमकी देने के मामले में निलंबित करते हुए जवाब मांगा गया हैं। निलंबित किए गए श्रमिक नेता राजेश सिंह बीएमएस के क्षेत्रीय औद्योगिक संबंध प्रभारी होने के साथ ही अमेरा सहक्षेत्र के जेसीसी मेंबर भी हैं।
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दिन एसईसीएल की अमेरा खदान में कोयला कामगारों को मतदान करने के लिए डेली शिफ्ट में आंशिक परिवर्तन किया गया था। ड्यूटी रोस्टर में प्रबंधन द्वारा कामगारों को कार्यस्थल तक लाने व ले जाने में लगी बस को परिवर्तित समय में न भेजकर डेली रूटीन में रवाना करने को लेकर बीएमएस नेता व माइनिंग सरदार राजेश सिंह ने परिवर्तित समय में बस को रवाना करने की मांग की। इस बात को लेकर उन्होंने सहक्षेत्र प्रबंधक कार्यालय पहुंच कर विरोध जताया। इस पर श्रमिक नेता की सहक्षेत्र प्रबंधक एमके चौधरी से उनकी जमकर नोकझोंक हो गई थी। उसके बाद सहक्षेत्र प्रबंधक ने माइनिंग सरदार राजेश सिंह को निलंबित कर दिया है। जारी आदेश में श्रमिक नेता पर सहक्षेत्र प्रबंधक कार्यालय में प्रवेश कर हमला करने का प्रयास करने समेत धमकी देकर दुर्व्यवहार करने का जिक्र किया गया है। श्रमिक नेता राजेश सिंह को निलंबन के दौरान प्रतिदिन प्रात: साढ़े दस बजे एमटी एचआर के पास हाजिर होने का निर्देश देते हुए 48 घण्टे की समयसीमा में अपना जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है। समय पर जवाब प्रस्तुत करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
निलंबित श्रमिक नेता राजेश सिंह ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार है। उक्त मामले मे कामगारों के हित मे सब एरिया मैनेजर से बात की गई थी। किसी प्रकार की धमकी नही दी गयी थी, बल्कि सब एरिया मैनेजर द्वारा कामगारों को लेकर की गई टिप्पणी का उन्होंने विरोध किया था। इससे उत्तेजित होकर उन्हें निलंबित किया गया है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है।