जांजगीर – चांपा । ग्राम कोटमी सोनार में गाय को चाकू मारने की घटना के बाद से तनाव का माहौल है। हालांकि पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं गाय का उपचार पशु चिकित्सकों के द्वारा किया जा रहा है।जानकारी के अनुसार 26 जुलाई बुधवार की रात खेत में एक गाय धान की फसल को चर रही थी। वह खेत असलम खान का था। पास में ही दिलहरण यादव और देवेंद्र मरावी का भी खेत है। तीनों ने जब गाय को फसल चरते देखा तो हकाल कर उसे खेत से बाहर निकाला और कुछ दूर तक दोड़ाते ले गए। इसी दौरान असलम खान ने गाय को चाकू मार दिया। इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली तो वे दूसरे दिन 27 जुलाई को अकलतरा थाना पहुंचे और आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई। पुलिस ने भादवि की धारा 295 ए 34 के तहत अपराध दर्ज किया और असलम खान के साथ-साथ दिलहरण यादव एवं देवेंद्र मरावी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से तीनों युवकों को न्यायायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। इधर इस घटना से गांव में आक्रोश है। इसके लिए 29 जुलाई की रात गांव में बैठक भी हुई थी और 30 जुलाई की सुबह आक्रोश रैली निकालने का निर्णय लिया गया था। हालांकि रैली की अनुमति नहीं ली गई थी। रैली की भनक लगते ही 30 जुलाई की सुबह एसडीओपी शैलेंद्र पांडेय, एसडीएम विक्रांत अंचल, तहसीलदार जयश्री पथे, नायब तहसीलदार अखिलेश विश्वकर्मा, अकलतरा थाना प्रभारी सत्य कला रामटेके , चांपा थाना प्रभारी मनीष परिहार सहित चार बस जवान ग्राम कोटमीसोनार पहुंचे और ग्रामीणों को समझाईश दी गई। ग्रामीणों ने आक्रोश रैली को स्थगित कर दिया । मगर उन्होंने आरोपितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर प्रशासन से अनुमति के बाद फिर से आक्रोश रैली निकालने की बात कही है। डबरा मठ के महंत सर्वेश्वर दास महाराज ने बताया कि इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है और वे रैली निकालकर विरोध जताना चाह रहे हैं। प्रशासन की समझाईश पर 30 जुलाई की रैली स्थगित कर दी गई। भविष्य में सामूहिक निर्णय के बाद विधिवत अनुमति लेकर धरना प्रदर्शन किया जा सकता है। मामले में तीन आरोपित युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। समझाईश के बाद गांव में माहौल शांत है। गांव से पुलिस बल भी हटा लिया गया है। शैलेंद्र पांडेय एसडीओपी , जांजगीर