कोरबा। सरकार को राजस्व आय का एक बड़ा हिस्सा देने वाले शराब प्रेमियों की जान आफत में डालने का काम हो रहा है। अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए मदिरा प्रेमी शराब बिक्री करने वालों पर आंख बंद कर भरोसा करते हैं। उनके द्वारा जिस रेट में शराब बेची जाती है, मदिरा प्रेमी बिना मोलभाव और बिना छूट के खरीदते हैं लेकिन इन मदिराप्रेमियों के विश्वास के साथ कई शराब दुकानदार विश्वासघात करने से नहीं चूकते।
पिछले दिनों ही अंग्रेजी महंगी ब्रांड की शराब दुकान में मिलावट करने का मामला सामने आया तो देशी शराब भी इससे अछूती नहीं रही है। देशी शराब में पानी की मात्रा बढ़ाकर शराब प्रेमियों को पानी बेचा जाता रहा है। कई मौके आए हैं जब शराब में कचरा मिले और इस बार कीड़ा पाया गया है।
बोतल में शराब भरते वक्त शीशी की ठीक तरह से सफाई नहीं करने या शराब का सही ढंग से भंडारण नहीं करने और शराब के साथ कीड़े-मकोड़े भी डालकर सील पैक करने की लापरवाही की जा रही है, जिसके कारण कोरबा जिले के बालको मार्ग स्थित रामपुर देशी शराबभट्टी में कीड़े वाली शराब मिलने का मामला सामने आया है। शराब प्रेमियों को महंगी लेकिन गुणवत्ता हीन शराब बेची और परोसी जा रही है। चिंताजनक बात यह है कि जब शराब में कीड़ा मिल गया है और उसे खोला भी नहीं गया तो उसके बावजूद दुकानदार ने उसे वापस नहीं लिया और ग्राहक को नुकसान हुआ है।आखिर इसके लिए कार्रवाई की सख्ती क्यों नहीं बरती जाती।