
अनहोनी की बनी हुई हैं आशंका
कोरबा । राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी में शामिल कोरबा-चांपा में निर्माणाधीन फोरलेन सडक़ न केवल निर्धारित मियाद में तैयार हो सका वरन निर्माण कार्य में तकनीकी मानकों की अनदेखी की शिकायतें भी आ रही हैं। बरपाली चौक में निर्माणाधीन अंडर पास के पियर की 3 दिन पहले ही हुई ढलाई के बाद शटरिंग खुलते ही दरारें आने लगी हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के बीच हुई ढलाई के दौरान वाइब्रेटर नहीं चलाया गया। जिम्मेदार अधीकारियों की गैर मौजूदगी अनदेखी की वजह से कालांतर में हैवी गर्डर वाले ब्रिज में खतरे का सबब बन सकता है। उक्त तकनीकी खामियों के बाद स्थानीय ग्रामीण जहां पियर को तोडक़र नए सिरे से गुणवत्ता एवं तकनीकी मानकों के अनुरूप ढलाई करने की मांग कर रहे तो वहीं फर्म उस पर पलस्तर कर लीपापोती करने में जुटा है। जानकारी के अनुसार कोरबा-चांपा के मध्य निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 149 बी के फोरलेन सडक़ निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। कई स्थानों पर अभी भी निर्माण अधूरा होने के कारण इस रास्ते से गुजरने वाले खासकर छोटे-बड़े वाहनों के चालकों और स्थानीय ग्रामवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मानसून के दस्तक देने के बाद अब पूरी बरसात समस्या और बढ़ी रहेगी। इधर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण द्वारा बरपाली चौक पर तैयार किया जा रहा अंडर पास ओवरब्रिज के निर्माण में तकनीकी मानकों कब अनदेखी का मामला प्रकाश में आ रहा हैं।
सिविल इंजीनियरों के अनुसार कालांतर में हैवी गर्डर वाले ब्रिज में यह खतरे का सबब बन सकता है। इस पर ब्रिज खड़ी कर दी जाए तो ब्रिज कोलेप्स हो सकता है। दरारों के कारण पियर की लोड बेयरिंग कपैसिटी नहीं रह जाएगी। यदि इस पर गर्डर का लोड आएगा तो यह वर्टिकल क्रैक बढ़ जाएंगे। अत्यंत भयावह दुर्घटना की संभावना बनी रहेगी। स्टेबिलिटी नहीं रह जाएगी। इससे स्ट्रक्चर का ड्यूरिबिलिटी भी कम हो जाएगी। लाखों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। ब्रिज के चेंबर में दरारों का दूसरे दिन ही दिखना ठेकेदार की गंभीर लापरवाही का परिणाम है। बड़े ब्रिज के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे यही अनदेखी रहती है।