
कोरबा। इन दिनों धान मिलिंग अंतिम चरणों में है, लेकिन मार्कफेड के इंस्पेक्टर की अवैध वसूली से राईस मिलर्स परेशान हो गए हैं और मुख्यमंत्री, खाद्यमंत्री, एसीबी एवं ईओडब्ल्यु से जिले के एक मात्र इस इंस्पेक्टर की शिकायत करने का मन राईस मिलर्स ने बना लिया है।
नाम ना छापने की शर्त पर कुछ राईस मिलर्स ने बताया कि जिले में एक मात्र मार्कफेड इंस्पेक्टर अमित सिन्हा द्वारा जिले भर के राईस मिलर्स से अवैध वसूली की जा रही है। एक मिलर ने बताया कि प्रति लॉट 2000 की अवैध वसूली सिन्हा द्वारा की जा रही है और ना देने पर लॉट को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है।
एक राईस मिलर ने बताया कि कभी ब्रोकन (कनकी) अधिक होने के नाम पर परेशान किया जा रहा है तो कभी नमी (मोस्चराईज)के नाम पर सिन्हा द्वारा लॉट को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है। मिलर ने बताया 15 से 20 प्रतिशत ब्रोकन के नियम एवं शर्तों का पालन किया जाता है, फिर भी अधिक कनकी के नाम से लॉट को इंस्पेक्टर सिन्हा द्वारा रिजेक्ट कर दिया जाता है, साथ ही नमी के नाम पर भी राईस मिलर्स को परेशान किया जा रहा है।
इंस्पेक्टर सिन्हा की कार्यशैली से धान उठाव प्रभावित
शासन एवं प्रशासन द्वारा सभी राईस मिलर्स को निर्देशित किया गया है कि नियत तिथि पर धान की पहुंच नॉन के गोदाम तक होनी चाहिए और इसके लिए राईस मिलर्स प्रतिबद्ध हैं, लेकिन इंस्पेक्टर सिन्हा की कार्यशैली से राईस मिलर्स को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण राईस मिलों से धान का उठाव और गंतव्य तक धान की पहुंच नहीं हो पा रही है।
कभी धान के रंग को लेकर तो कभी नमी को लेकर राईस मिलर्स हो रहे परेशान
जो राईस मिलर प्रतिलॉट 2000 इंस्पेक्टर सिन्हा को नहीं दे रहे हैं, उन्हें भारी परेशान किया जा रहा है। कभी धान के रंग को लेकर तो कभी नमी को लेकर इंस्पेक्टर सिन्हा धान को रिजेक्ट कर रहे हैं और जो घूस नहीं दे रहे हैं, उन्हें धान के रंग और नमी के नाम पर परेशान किया जा रहा है।
कांग्रेस शासनकाल की कार्यशैली नहीं सुधरी
एक राईस मिलर ने बताया कि तात्कालीन कांग्रेस के शासनकाल में लूटखसोट की जो कार्यशैली चल पड़ी थी, उसी के हिसाब से ही आज भी मार्कफेड में भर्राशाही चल रही है। मार्कफेड प्रबंधक पांडेय की पदस्थापना के बाद भी इंस्पेक्टर की कार्यशैली जस की तस बनी हुई है। बताया जा रहा है कि यहां पूर्व में पदस्थ अमित सिन्हा का स्थानांतरण हो चुका था, लेकिन ऊंची पहुंच के कारण विष्णु के सुशासन में भी इस इंस्पेक्टर का जलवा देखने को मिल रहा है। राईस मिलर्स ने प्रतिनिधि से चर्चा में बताया कि यदि इनकी कार्यशैली नहीं सुधरी तो मुख्यमंत्री, विभागीमंत्री दयालदास बघेल, एसीबी और ईओडब्ल्यु से भी शिकायत की जाएगी।
अमित सिन्हा से नहीं हो पाया संपर्क
राईस मिलर द्वारा लगाए गए आरोप के संबंध में प्रतिक्रिया जानने मार्कफेड के इंस्पेक्टर अमित सिन्हा से कई बार उनके मोबाईल नंबर 7898858838 में कॉल की गई लेकिन बार-बार बिजी होने के कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी। उन्होंने कॉल बेक भी नहीं किया।
तीन का सेटअप, राज कर रहे एक इंस्पेक्टर
मार्कफेड में जिले में तीन इंस्पेक्टर का सेटअप है, लेकिन एक ही इंस्पेक्टर पूरे जिले में राज कर रहे हैं। उनकी कार्यशैली से कटघोरा, पाली एवं छुरीकला के राईस मिलर्स परेशान हैं।
मोबाईल पर कुछ नहीं बता पाऊंगा-प्रशांत अग्रवाल
मार्कफेड इंस्पेक्टर अमित सिन्हा की कार्यशैली को लेकर कटघोरा राईस मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल से बात करने पर उन्होंने कहा कि मोबाईल पर कुछ नहीं बता पाऊंगा।