कोरबा : कोल इंडिया की स्थापना 50 वां स्थापना दिवस पर प्रबंधन ने उपहार में कोलकाता मुख्यालय के अधिकारियों को मोबाइल प्रदान किया है। बोर्ड के बैठक में लिए गए निर्णय के अनुरूप अधिकारियों के लिए श्रेणीवार 30 हजार से 60 हजार रुपये कीमत की मोबाइल की खरीदी की गई है। इस पर आपत्ति करते हुए श्रमिक संगठन संयुक्त रूप से मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है कि कोयला उत्पादन में मूल रूप से श्रमिकों का योगदान है, इसलिए श्रमिकों को मोबाइल से वंचित रखा जाना न्यायोचित नहीं होगा। प्रबंधन के समक्ष शेष बचे 2.39 लाख अधिकारी व कर्मचारियों को भी मोबाइल प्रदान करने की मांग रखी गई है।
श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त मोर्चा खोलते हुए कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन को पत्र लिख कर कहा है कि कोल इंडिया बोर्ड की बैठक में कोयला अधिकारियों को उपहार में मोबाइल देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी, लेकिन केवल अधिकारियों को उपहार देने का निर्णय उचित नहीं है। इससे लगता है कि कंपनी की प्रगति में कोयला कर्मियों की कोई भूमिका नहीं है। कर्मचारियों के साथ यह घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन ने ई-नाइन ग्रेड के अधिकारियों को 60 हजार व ई-आठ ग्रेड को 50 हजार रुपये तक का मोबाइल फोन दे रही है। जबकि ई-फोर से ई-सिक्स ग्रेड को 40 हजार व ई-वन से ई-थ्री को 30 हजार रुपये तक का मोबाइल फोन दिया जा रहा है। भारतीय मजदूर संघ के कोल सेक्टर प्रभारी व जेबीसीसीआइ सदस्य के लक्ष्मारेड्डी का कहना है कि प्रबंधन ने निर्णय गलत लिया है। केवल अधिकारी ही इसके भागीदार नहीं है, बल्कि कर्मचारी भी कोयला उत्पादन में अपना महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। इसलिए उन्हें भी मोबाइल प्रदान किया जाना चाहिए, ताकि किसी तरह की भेदभाव न हो। इस संबंध में प्रबंधन के साथ जल्द बैठक कर चर्चा की जाएगी।