
रायपुर, १9 जून।
कोल लेवी घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में कोल लेवी वसूली करने वाले पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जेल में बंद घोटाले के किंगपिन सूर्यकांत तिवारी के लिए ये लेवी वसूलने का काम करते थे। इनका नाम ईडी की जांच में भी सामने आया था।कोर्ट ने 22 जून तक सभी को ईओडब्ल्यू की रिमांड में भेज दिया। छत्तीसगढ़ में कोल स्कैम केस में ईओडब्लू लगातार एक्शन मोड में है। ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किए गए मोइनुद्दीन कुरैशी, रोशन कुमार सिंह,पारेख कुमार कुर्रे,राहुल कुमार सिंह और मोंटू उर्फ वीरेंद्र कुमार जायसवाल को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेशकर 14 दिन की रिमांड मांगी। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने पांचों आरोपितों को पांच दिन यानि 22 जून तक की रिमांड पर ईओडब्ल्यू को सौंपने का आदेश दिया। इन पर रायपुर, कोरबा, सूरजपुर में रहकर कोल लेवी वसूलने का आरोप है।अब आरोपितों से घोटाले से संबंधित विस्तृत पूछताछ होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इनसे घोटाले से जुड़े कई राज खुल सकते है। कोल घोटाले केस में सभी आरोपी तकरीबन डेढ़ साल से जेल में बंद है। प्रवर्तन निदेशालय ने कोल स्कैम में 11 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें केवल कारोबारी सुनील अग्रवाल को जमानत मिली है। ईओडब्ल्यू जल्द ही उनको भी गिरफ्तार करने वाली है। ईओडब्ल्यू का आरोप है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली लोगों ने मिलकर अवैध कोल परिवहन घोटाला किया था। यह घोटाला 540 करोड़ से ज्यादा का है।
अधिकारियों और राजनेताओं के संरक्षण में पूरा घोटाला हुआ, इसलिए ईडी के प्रतिवेदन को आधार बनाकर केस दर्ज किया गया है।