कानपुर, १३ दिसम्बर ।
पीएचडी की छात्रा ने कलक्टरगंज के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) मोहसिन खान पर यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद उन्हें पद से हटाकर डीजीपी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एडीसीपी अर्चना सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। अदालत में छात्रा के बयान दर्ज कराए जाएंगे। इसके बाद गिरफ्तारी व आगे की कार्रवाई होगी। लखनऊ के रहने वाले मोहसिन खान वर्ष 2015 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। वह एसीपी क्राइम का भी पदभार संभाल रहे थे। जुलाई 2024 में उन्होंने विभागीय अनुमति लेकर शहर के एक शिक्षण संस्थान से साइबर क्राइम, इन्वेस्टिगेशन एंड क्रिमिनोलॉजी विषय पर पीएचडी शुरू की थी। मोहसिन के साथ ही शोध कर रही चतुर्थ वर्ष की छात्रा ने बुधवार को आरोप लगाया था कि मोहसिन ने खुद को अविवाहित बताकर नजदीकी बढ़ाई। इसके बाद शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए। मोहसिन के शादीशुदा होने की बात खुली तो उन्होंने छात्रा को बताया कि उनके पत्नी से संबंध अच्छे नहीं हैं और वह उसे तलाक देने जा रहे हैं। आरोप है कि छात्रा ने जब विवाह करने के लिए दबाव बढ़ाया तो मोहसिन ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। इसके बाद छात्रा ने शिक्षकों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुरुवार को मामला चर्चा में आया तो पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने सुबह अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद डीसीपी दक्षिण अंकिता शर्मा शिक्षण संस्थान पहुंचीं और करीब तीन घंटे तक पीडि़ता से पूछताछ की। शाम पौने छह बजे पुलिस ने विज्ञप्ति जारी कर एसीपी मोहसिन खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की जानकारी दी गई।
जांच के लिए बनी एसआईटी में एडीसीपी अर्चना सिंह, एसीपी अभिषेक पांडेय, प्रभारी निरीक्षक कल्याणपुर सुधीर कुमार के अलावा साइबर विशेषज्ञ को शामिल किया जाएगा। छात्रा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी एसीपी को डीजीपी मुख्यालय संबद्ध कराया गया है। पीडि़ता का मेडिकल व अदालत में बयान होगा, जिसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई होगी। -हरीश चंदर, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था छात्रा झूठ बोल रही है।
वह मानसिक तौर पर बीमार है। उनका इलाज भी चल रहा है। विभागीय अनुमति लेकर संस्थान से पढ़ाई कर रहे हैं। जांच में सहयोग करेंगे। -मोहसिन खान, आरोपी एसीपी