
बेंगलुरू, १९ जुलाई [एजेंसी]।
बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों के बीच बैठक हुई। इस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र नाम दिया गया है। दरअसल, साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के बीच दूसरी बार बैठक हुई थी। इससे पहले पहली बार बैठक का आयोजन बिहार में किया गया था। हालांकि, उस बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया था, लेकिन अब बेंगलुरु में हुई बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडिया नाम मिला है।इंडिया नाम से बना विपक्षी दलों का ये गठबंधन कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए का एक नया वर्जन है। हालांकि, इस गठबंधन में सीट बंटवारे और मोर्चे के लिए पीएम के चेहरे समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसके लिए जल्द ही 11 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया जा सकता है। 26 विपक्षी दलों वाले इंडिया की बड़ी परीक्षा अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के हृष्ठ्र से होगी। आज बेंगलुरु में हुई विपक्षी दलों की बैठक में गठबंधन के नाम का प्रस्ताव राहुल गांधी ने प्रस्तावित किया था। इस नाम को 26 दलों द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया। हालांकि, कुछ सूत्रों ने कहा कि इस नाम का सुझाव टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दिया था।दरअसल, इस गठबंधन का मुख्य उद्देश्य किसी भी हालत में भाजपा को केंद्र की सत्ता पर काबिज होने से रोकना है। इसके अलावा ढ्ढहृष्ठढ्ढ्र गठबंधन का मकसद भारत के संविधान की रक्षा करना, समावेशी विकास को बढ़ावा देना, भारत के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को कायम रखना समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।इस गठबंधन का नेता कौन होगा, इसके लिए 11 सदस्यों की एक समिति गठित की जाएगी। इस बात की जानकारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी। उन्होंने कहा कि समन्वय के लिए 11 सदस्यों की एक समिति गठित की जाएगी और मुंबई में विपक्ष की अगली बैठक में एक संयोजक का चयन किया जाएगा।
खरगे ने यह भी कहा कि गठबंधन के अभियान प्रबंधन के लिए दिल्ली में एक कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा और अलग-अलग मुद्दों के लिए विशिष्ट समितियां बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि मुंबई बैठक की तारीख की घोषणा जल्द होगी।हालांकि, गठबंधन का नेता कौन होगा। खरगे इस सवाल को टाल गए और इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से बचते दिखाई दिए। इससे पहले बैठक में अपनी शुरुआती टिप्पणी में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।बता दें कि इंडिया गठबंधन में जो 26 दल शामिल हैं, उनमें कांग्रेस, टीएमसी, डीएमके, आप, जेडी(यू), केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावादी) और एमएमके सहित 26 विपक्षी दल इस गठबंधन का हिस्सा हैं।
























