जनकपुर। एमसीबी जिले के विकासखंड मुख्यालय जनकपुर के खरीदी केन्द्र में इन दिनों धान की बंपर आवक हो रही है, लेकिन धान की उठाव नहीं होने से व्यवस्था चरमराने लगी है। खरीदी केन्द्र में लगभग 28 हजार क्यूंटल धान की स्टॉक हो जाने के कारण तौल के लिए जगह की कमी होने लगी है, जिससे आने वाले कुछ दिनों में धान खरीदी पर संकट के बादल मंडराने की प्रबल संभावना दिख रही है। प्रदेश सरकार ने समर्थन मूल्य पर सेवा सहकारी समिति के माध्यम से धान की खरीदी 14 नवंबर से शुरू की गई है। धान का आवक बढऩे के साथ साथ धान का परिवहन नहीं होने से फड़ में धान जमा हो गया है। जिससे केन्द्र में धान की तौलाई के लिए जगह की कमी हो गई है। जिसके चलते किसानों को अपनी धान को बेचने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में धान खरीदी केंन्द्र के प्रबंधक एवं किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रहा है। सेवा सहकारी समिति जनकपुर के धान खरीदी केंद्र प्रभारी रोशन श्रीवास्तव ने बताया कि इस केंद्र की क्षमता 7 हजार क्यूंटल धान की है लेकिन अभी तक फड़ में करीब 28 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो गई है, वहीं धान परिवहन का पर्ची अभी तक जारी नहीं किया गया है, जिससे फड़ में धान जाम हो गया है। जिससे केंद्र में धान खरीदी के लिए जगह की कमी हो रही है। केंद्र में बनाई गई चबूतरा पहले से ही भरी हुई है, ऐसे में धान रखने की जगह की कमी हो जाने से जमीन पर ही धान के बोरी को मज़बूरीवश रखा जा रहा है। केंद्र से धान की परिवहन जल्द नहीं होने से आने वाले दिनों में भारी समस्या से गुजरना पड़ सकता है। जबकि पिछले कुछ दिनों से आसमान में बादल छा रहे है हल्की या तेज बारिश होने की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में केन्द्र में धान जाम होने से प्रभारियों की चिंता बढ़ गई है। मौसम को देखते हुए धान खरीदी केन्द्र में धान को ढंकने के लिए कैप कव्हर की व्यवस्था कम हो गई है, पर्याप्त कैप कवर के अभाव में धान भीग सकता है। वहीं कई धान खरीदी केन्द्रों में खुले आसमान के नीचे हजारो क्विंटल धान जाम पड़ा है। ऐसे में धान भीगकर खऱाब हो सकती है। जिसका खामियाजा केंद्र प्रभारी को उठाना पड़ सकता है। इस समस्या के सम्बन्ध में जिला विपणन अधिकारी विनीता चौरासे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डीओ काटने की प्रक्रिया शुरू हो गया है मिलरों द्वारा जल्द ही धान का उठाव प्रारम्भ कर दिया जाएगा।