
बरेली, १७ जुलाई ।
पुलिसकर्मी के बेटे अमन उर्फ बिट्टू हत्याकांड में नामजद आरोपी एवं एसओजी का मुखबिर राम गुज्जर पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। सोमवार रात में उसे पकड़ कर लाया गया, उसका मोबाइल जमा कराया गया। इस बीच थाने से वह फरार हो गया, जिससे खलबली मच गई। पूरे घटनाक्रम के बाद एसओजी व थाना पुलिस आमने-सामने आ गए हैं। दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। चार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बारादरी के नवादा शेखान निवासी हेड कांस्टेबल सुनील कुमार के बेटे अमन उर्फ बिट्टू की शनिवार रात किला क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी। फिर टेंपो में उसका शव लाद इज्जतनगर के कर्मचारी नगर स्थित नाले में फेंक दिया गया।
नाले से उसका शव बरामद हुआ। सोमवार को हुए पोस्टमार्टम में अमन की बेरहमी से पिटाई के बाद गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। अमन के पूरे शरीर के साथ सिर पर भी गुम चोट मिली। मां शोभा के शिकायती पत्र पर किला पुलिस ने कोछली भमोरा निवासी आरोपी राम गुज्जर, लक्ष्मीपुर इज्जतनगर निवासी पवन, किला मलूकपुर निवासी विपिन गुप्ता, जतिन, प्रियांशु शंकधार व अज्ञात के विरुद्ध आपराधिक षडयंत्र व हत्या की धारा में प्राथमिकी लिखी। शोभा ने प्राथमिकी में बाकायदा बताया कि आरोपी राम गुज्जर ने बेटे को फोन कर कहा कि एसओजी ने लाइन में तलब किया है। उसी के फोन पर बेटा घर से निकला। इसके बाद वापस नहीं आया। एक फोन पर बेटे को विपिन गुप्ता द्वारा बंधक बनाए जाने की सूचना पर पहुंची। कोई सुराग ना मिलने पर डायल-112 पुलिस को जानकारी दी। किला इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम में हत्या की कहानी की पुष्टि के बाद मामले ने तूल पकड़ा। पता चला कि राम गुज्जर एसओजी का मुखबिर ही है। एसओजी के मुंह लगे होने के चलते ही उसने एसओजी के नाम पर अमन को बुलाया। उसी के बाद पूरा घटनाक्रम हुआ। राम गुज्जर से कहानी शुरू होने के चलते सबसे पहले उसे पकडक़र थाने लाया गया। पूछताछ के चलते उसका मोबाइल जमा कराया गया, फिर वह फरार हो गया, जिस पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पुलिस कस्टडी से राम गुज्जर की फरारी के बाद साफ हो गया है कि आरोपियों की पुलिस व एसओजी में गहरी पैठ है।
आपराधिक इतिहास होने के बाद भी आरोपी बेखौफ हैं। प्रकरण गंभीर है। पूरा मामला संज्ञान में आया है, जिस पर सीओ द्वितीय को जांच सौंप दी गई है। उनकी रिपोर्ट पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसी लापरवाही अक्षम्य है।- अनुराग आर्य, एसएसपीअंदाजा लगा सकते हैं कि नामजद एक आरोपी से जैसे-तैसे पूछताछ होती, मगर वह फरार हो गया। प्रापर्टी डीलर विपिन गुप्ता समेत अन्य नामजद आरोपी फरार हैं। आरोपी की फरारी के बाद किला पुलिस की फजीहत बढ़ती जा रही है। इधर, सीसीटीवी कैमरे से जांच में विपिन के खास गुर्गे की भी घटना की संलिप्तता में बात सामने आई है। उसका भी आपराधिक इतिहास है। इधर, किला पुलिस का तर्क है कि आरोपी राम गुज्जर को एसओजी की मदद से थाने बुलाया गया था। उससे पूछताछ की गई। फिर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उसे लगाया गया। वह फरार नहीं है।
इससे चर्चा फैल गई है कि पुलिस उसे क्लीनचिट देने की तैयारी में है।