उपयोगिता न होने से खिलाड़ी ओर खेल संगठन चिंतित
कोरबा। पूर्ववर्ती मध्यप्रदेश के समय करोड़ों की लागत से कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में तैयार किया गया स्टेडियम अब केवल नाम भर का रह गया है। शुरुआती वर्षों में यहां अखिल भारतीय स्तर की महिला फुटबाल प्रतियोगिता कराई गई। प्रौढ़ खिलाडिय़ों का क्रिकेट आयोजन भी हुआ और कुछ वर्षों तक राष्ट्रीय पर्व के दौरान झंडे फहराये गए। यह सब अतीत की बात हो गई। अरसे से अब यह धरोहर जैसा बन गया है। इसके चलते खिलाडिय़ों को इसका उपयोग नहीं मिल पा रहा है।
औद्योगिक नगर को खेल के मामले में कैसे आगे ले जाया जाए और इसकी अलग पहचान बनाई जाए, इस उद्देश्य से नगरीय निकाय की करोड़ों की धनराशि से ट्रांसपोर्ट नगर में वृहद दर्शक क्षमता वाला स्टेडियम 90 के दशक में तैयार कराया गया। इसकी प्रसिद्धि दूरदराज तक हुई। उस दौरान खासतौर पर अखिल भारतीय स्तर के महिला फुटबाल जैसे आयोजन तीन वर्ष तक कराए गए। टीमों के प्रदर्शन और यहां की अच्छी व्यवस्था ने आयोजन को पहचान दिलाई और कोरबा का नाम दूरदराज तक पहुंचाया। इस कड़ी में वेट्रन्र्स क्रिकेट देखने का अवसर भी कोरबा जिले के लोगों को इस स्टेडियम में मिला। इसके बाद के वर्षों में ऐसी कोई खेल प्रतियोगिता यहां पर हुई हो, लोगों को नहीं मालूम। कारण यह है कि बाद के वर्षों में ऐसा कोई खेल इस स्टेडियम का हिस्सा बन ही नहीं सका। स्टेडियम निर्माण से लेकर अगले कई वर्षों तक स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस पर किये जाने वाले आयोजन जरूर किये जाते रहे। इसी बहाने हजारों लोगों की पहुंच यहां तक होती रही जो स्कूल और कॉलेज में पढऩे वाले विद्यार्थियों की प्रस्तुति के साथ-साथ विभिन्न विभागों और उपक्रमों के कामकाज व उपलब्धियों को प्रदर्शनी के माध्यम से देख पा रहे थे। यह सिलसिला भी बहुत समय तक नहीं चल सका। कालांतर में एक तरह से ऐसे सभी कार्यक्रमों के लिए यह स्टेडियम प्रतिबंधित सा कर दिया गया। इसके पीछे वजह क्या रही, कोई नहीं जानता। तब से अब तक ऐसे कार्यक्रम के लिए प्रशासन ने बिजली उत्पादन कंपनी के सीएसईबी ग्राउंड को निर्धारित कर रख है जहां पर न केवल खेल आयोजन हो रहे हैं बल्कि राष्ट्रीय पर्व भी संपन्न किये जा रहे हैं। अब जबकि लंबा समय गुजर चुका है और छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हो गया है, तब सवाल करना लाजिमी है कि क्या 2024 का गणतंत्र समारोह ट्रांसपोर्ट नगर स्टेडियम में संपन्न करने की कोई योजना है भी या नहीं, या फिर पुरानी जगह को ही इसके लिए तय किया जाएगा।
प्रशासन पर करता है निर्भर
जानकारी के मुताबिक भले ही नगर निगम के देखरेख में स्टेडियम की व्यवस्था है लेकिन यहां पर बीते वर्षों में संपन्न हुए राष्ट्रीय पर्व के आयोजन का निर्धारण प्रशासन करता रहा है। अभी भी यही स्थिति है। फिलहाल 2024 का गणतंत्र समारोह स्टेडियम मनाया जाएगा या सीएसईबी ग्राउंड में, यह प्रशासन ही तय करेगा।
अराजक तत्वों की अड्डेबाजी
दावे किये जा रहे हैं कि स्टेडियम परिसर में मार्निंग वॉक करने वाला वर्ग लगातार पहुंच रहा है। छत्तीसढिय़ा ओलंपिक को पिछले वर्ष यहां संपन्न कराया गया है जिसमें विभिन्न ग्रामीण खेलों में खिलाड़ी शामिल हुए। इन सबसे अलग लोग बताते हैं कि स्टेडियम में कई कारणों से अराजक तत्वों की अड्डेबाजी हो रही है। कई मौकों पर इसके उदाहरण सामने आए हैं। पर्याप्त सुधार और देखरेख की कमी से भीतरी हिस्से में अजीब नजारे बने हुए हैं।