
बीजापुर, 0५ अगस्त । छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति से प्रभावित होकर गंगालूर एरिया कमेटी के तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इसमें जनमिलिशिया कमाण्डर सन्नू पूनेम उर्फ रमेश, डीएकेएमएस सदस्य सोनू पूनेम एवं आरपीसी पुसनार संघम सदस्य आयतु पूनेम शामिल है। 4 अगस्त को पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय, उप पुलिस अधीक्षक सुदीप सरकार, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तुलसी राम लेकाम के समक्ष नक्सलियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं उपेक्षा व प्रताडऩा से तंग आकर एवं छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया। सन्नू पूनेम ऊर्फ रमेश, नक्सली संगठन में साल 2003 में गंगालूर एरिया कमेटी मे बुरजी संघम सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुआ। साल 2004 में गंगालूर एरिया कमेटी में डीएकेएमएस सदस्य के पद पर संगठन का कार्य दिया गया। साल 2005 में थाना गंगालूर अंतर्गत राहत शिविर पर हमला किया। साल 2006 में सलवा जुडुम कार्यकर्ता बुधराम राणा की हत्या में शामिल रहा। साल 2019 पुसनार बेरूदी नदी के पास आईईडी ब्लास्ट एवं फायरिंग की घटना में शामिल। वहीं सोनू पूनेम के खिलाफ थाना गंगालूर में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, मारपीट, बल्वा, आर्म्स एक्ट एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं में 6 स्थाई वांरट लंबित है। आयतु पूनेम साल 1995 में गंगालूर एरिया कमेटी में पुसनार संघम सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती किया गया । साल 1995 से 1997 तक पुसनार संघम सदस्य के पद पर संगठन में कार्य किया।