नईदिल्ली, १2 जनवरी । अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले पीएम मोदी का बयान सामने आया है। पीएम ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अब केवल 11 दिन ही बचे हैं और मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं और मैं सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस समय मेरे लिए अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है। पीएम ने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा होना मेरे लिए भावुक करने वाला समय है। पीएम ने इसी के साथ कहा कि हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि ईश्वर के यज्ञ के लिए स्वयं में भी दैवीय चेतना जगानी होती है। इसके लिए व्रत और कठोर नियम बताए गए हैं और मैं नासिक के पंचवटी से अनुष्ठान करने जा रहा हूं। इस संदेश में पीएम मोदी ने अपनी मां को भी याद किया। मां का जिक्र कर पीएम मोदी भावुक हो गए। साथ ही पीएम मोदी ने ये भी बताया कि वह राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू करने जा रहे हैं। ऑडियो संदेश के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की जयंती है, जिन्होंने हजारों वर्षों से आक्रांतित भारत की आत्मा को झकझोरा था। आज वह आत्मविश्वास भव्य राम मंदिर के रूप में हमारी पहचान बनकर सबके सामने है। सोने पर सुहागा ये है कि आज माता जीजाबाई जी की जन्म जयंती है, जिन्होंने छत्रपति शिवाजी के रूप में एक महामानव को जन्म दिया। पीएम मोदी ने कि जब जीजाबाई का जिक्र कर रहा हूं तो सहज ही मुझे अपनी मां की भी याद आना स्वभाविक है। मेरी मां जीवन के अंत तक माला जपते हुए सीता-राम का ही नाम भजा करती थीं।