कोरबा। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गांव बीजाडांड में गर्मी के मौसम में लोगों को पानी के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है। यहां का एक कुआं लोगों की जरूरत की पूर्ति कर रहा है लेकिन इस मामले में कई प्रकार की जोखिम बनी हुई है। हालात के आगे मजबूर लोगों को जोखिम लेने के साथ अपनी जरूरत पूरी करनी पड़ रही है।
कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित बीजाडांड गांव मैं ग्रीष्मकल के दौरान पानी को लेकर लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। गांव में जल उपलब्धता के लिए जो हैंडपंप लगाए गए थे वह दूषित पानी दे रहे थे इसलिए इन्हे ब्लॉक कर दिया गया है। हैंड पंप से फ्लोराइड और आयरन युक्त पानी आने के कारण इसका उपयोग करना संभव नहीं हुआ। वर्तमान में एकमात्र कुआं से लोगों को पानी प्राप्त हो रहा है। इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है। आदिवासी बाहुल्य विकासखंड पांड़ी उपरोड़ा के बीजाडांड में लोगों की परेशानी को कैसे दूर किया जाए इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को कुछ और विकल्प देने की मानसिकता बनानी चाहिए।
सुविधा नहीं दी कोयला कंपनी ने
कोरबा जिले के अंतर्गत आने वाले इस हिस्से में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की विजय वेस्ट रानीअटारी माइंस संचालित है। परियोजना क्षेत्र के आसपास के ग्रामों में बुनियादी सुविधाओं की जिम्मेदारी कोयला कंपनी की है। बीजाडांड में गर्मी के सीजन में बनी हुई समस्या से लोग परेशान हैं। प्रबंधन को इस बारे में जानकारी है। इसके बावजूद क्षेत्र में पानी की सहूलियत देने को लेकर कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।